ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित असुरन चौक का दुर्गा पंडाल आकर्षण व चर्चा में है।-अभिनव राजन चतुर्वेदी
अध्यात्म का मूल है आत्मा की शक्ति को पहचानना। वही शक्ति जब देशहित में लगती है तो वह राष्ट्रभक्ति बन जाती है। एक साधक पहले अध्यात्म के जरिये स्वयं को साधता है, फिर समाज और देश के लिए समर्पित हो पाता है। नवरात्र के अवसर पर शहर में स्थापित मां भगवती के कई पंडालों में साधना से राष्ट्रभक्ति की यही धारणा जीवंत हो रही है। आमजन को यह प्रेरणा दे रही है कि अध्यात्म और देशभक्ति अब दो अलग-अलग रास्ते नहीं, बल्कि एक ही पथ के दो ध्रुव हैं। शहर में सजे ऐसे पूजा पंडालों की जानकारी देती और उन तक पहुंचने के लिए आमंत्रित करती डा. राकेश राय की रिपोर्ट... विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस बार की नवरात्र पर सजे शहर के कई मां दुर्गा पंडाल बीते वर्षों से कुछ अलग है। भव्यता की दृष्टि से और भावना की संतुष्टि से। इन पंडालों से सिर्फ श्रद्धा और शक्ति की देवी मां भगवती के के प्रति आस्था ही नहीं प्रकट की गई है, बल्कि राष्ट्रभक्ति और सामाजिक चेतना की गूंज भी सुनाई दे रही है।
एक पंडाल की थीम राष्ट्रभक्ति के लिए जोश बता रही है तो दूसरी मां दुर्गा की शक्ति के साथ-साथ राष्ट्र की शक्ति का अहसास करा रही है। साथ ही दुश्मन देश को चुनौती देती नजर आ रही है। इन पंडालों मेंं जहां एक ओर पहलगाम की घटना का दर्द उभर रहा है, वहीं सांस्कृतिक अंदाज में आक्रोश भी झलक रहा है। कुछ मिलाकर संवेदनशीलता और आक्रोश की संगम साथ नजर आ रहा है।
इनसे यह संदेश मिल रहा है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। किसी भी आतंकी हमले का सीधा व सटीक जवाब देगा। एक ऐसा भी पंडाल है, जहां मां दुर्गा की भक्ति व देश की महिला शक्ति एक हो गई है। मां के दरबार में कर्नल सोफिया कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका सिंह के चित्र से श्रद्धालुओं की आगवानी हो रही है। यहां आस्था सिर्फ पूजा तक नहीं नहीं सिमटेगी, बल्कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ गोरखपुर की आवाज बनकर पूरे देश तक पहुंचेगी।
आकर्षक प्रतिमा के साथ पर्यावरण को समर्पित यह स्थल श्रद्धालुओं आकर्षित कर रहा है। जागरण
नरसिंहपुर के पूजा पंडाल से मिलेगी पाक को चेतावनी
बक्शीपुर के करीब और झंकार टाकीज के सामने नरसिंहपुर में सजाए जा रहा पूजा पंडाल पूरी तरह राष्ट्रप्रेम को समर्पित है। इस पंडाल से आतंकवाद के समूल नाश की घोषणा होगी। श्रद्धालु आतंकवाद की समाप्ति के लिए मां दुर्गा की आराधना करेंगे। पंडाल में मां महिषासुरमर्दिनी आतंकवादस्वरूप महिषासुर का वध करेंगी और उनके आदेश पर ब्रह्मोस मिसाइल लांच होगी, जिसपर हनुमान जी सवार होंगे। ब्रह्मोस के बाद राफेल भी उड़ेगा। पाक को आतंकवाद से दूर रहने की चेतावनी देगा।
इसके बाद चार पुरुष व चार महिला श्रद्धालुओं की मूर्ति \“जय माता दी\“ बोलते हुए आगे बढ़ेगी। मां की मूर्ति प्रकट होगी और उन्हें आशीर्वाद देगी कि आप लोग हिम्मत कर आतंकवाद के विरुद्ध आगे बढ़ो। मेरा पुत्र बजरंगबली आपके साथ है। पंडाल में इलेक्ट्रानिक झांकी सजाई जा रही है, जिसकी थीम पहलगाम आतंकी हमले को समर्पित है।
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पंडाल में इस प्रस्तुति को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस भाषण को साथ दिखाया जाएगा, जिसमें उन्होंने कहा था कि खून व पानी साथ-साथ नहीं बह सकते। आयोजन समिति के उत्तम ने बताया कि पंडाल से देशभक्ति का संदेश जाए, साथ में नवरात्र के अवसर पर पाकिस्तान तक भारत की चेतावनी पहुंचे, इसकी हर संभव कोशिश की जा रही है।
कूड़ाघाट पीपल डाढ़ा में वैष्णो देवी की पहाड़ी के आकार का बना रहा पंडाल। जागरण
सोफिया व व्योमिका कर रही पंडाल में स्वागत
असुरन चौक पर सजा मां दुर्गा का पंडाल वहां से गुजरने वाले हर किसी को ठहरने के लिए मजबूर कर रहा है। क्योंकि वहां श्रद्धालुओं का पूजा के लिए स्वागत आपरेशन सिंदूर की नायिका कर्नल सोफिया व विंग कमांडर व्योमिका सिंह द्वारा किया जा रहा है। पहलगाम के आतंकी हमले के खिलाफ भारत की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में मातृशक्ति का प्रतीक इन दोनों वीर महिलाओं ने मां का चंडी का रूप धारण कर लिया और पाकिस्तानी सेना के छक्केे छुड़ा दिए।
इस पंडाल के जरिये उन्हें सम्मान दिया गया है। मां के पूजा पंडाल को आपरेशन सिंदूर के लिए समर्पित किया गया है। पूजा समिति के कन्हैया लाल वैश्य बता रहे हैं, उनकी समिति ने नवरात्र का लाभ उठाया है। मातृशक्ति की पूजा के अवसर पर उन वीर महिलाओं के चित्र को पंडाल पर सजाया है, जिन्होंने मातृशक्ति की ताकत का अहसास आपरेशन सिंदूर के जरिये पूरी दुनिया को कराया है।
भ्रूण हत्या राेकने का संदेश दे रहा मोहद्दीपुर पूजा पंडाल
शहर में एक ऐसा पूजा पंडाल भी सजा है, जो समाज की बहुत बड़ी समस्या \“भ्रूण हत्या\“ को रोकने का संदेश दे रहा है। हर बार नई थीम के साथ पंडाल सजाने वाली मोहद्दीपुर की पूजा पंडाल समिति इस बार इसे लेकर स्वचालित प्रतिमा लगाने जा रही है। ऐसा दृश्य प्रस्तुत करने जा रही है, जो मातृशक्ति के प्रति आस्था को बढ़ाएगी। कन्याओं का सम्मान दिलाएगी।
समिति के पदाधिकारी अतुल बताते हैं कि पंडाल स्वचालित प्रतिमा के जरिये एक नाट्य प्रस्तुति दी जाएगी, इसमें मां दुर्गा एक ऐसे परिवार को सजा देंगी, जो भ्रूण हत्या को तत्पर है। उस परिवार को महिषासुर के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।prayagraj-crime,Prayagraj death,Lukarganj incident,Womans body found,Khuldabad police investigation,Sisters death,House odor complaint,Nilima death Prayagraj,Up-Top,uttar-pradesh-top,Prayagraj News,Prayagraj Latest News,Prayagraj News in Hindi,Prayagraj Samachar,Prayagraj crime news,प्रयागराज समाचार,लूकरगंज समाचार,Uttar Pradesh news
परिवार को कन्या भ्रूण की हत्या का दोषी ही नहीं समाज का दुश्मन भी बताया जाएगा। अतुल ने बताया कि थीम को लेकर उन्हें श्रद्धालुओं का सहयोग व सराहना दोनों मिल रही है। इससे समाज को जागरूक करने की हमारी योजना सार्थक रूप ले रही है।
कल्कि स्वरूप मां दुर्गा दे रही पर्यावरण संरक्षण का संदेश
धर्मशाला बाजार का मां दुर्गा पंडाल इस बार पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है। पेड़ों को बचाए रखने के लिए सचेत कर रहा है। इस पंडाल में मां की प्रतिमा का निर्माण करने वाले मूर्तिकार सुशील गुप्ता और भाष्कर चौधरी बता रहे हैं कि प्रतिमा को कल्कि अवतार में प्रदर्शित किया जा रहा है। मां की ओर से यह संदेश दिया जा रहा है कि यदि पेड़ सूखे या कटे तो उसका दोषी मनुष्य होगा।
वह मनुष्य का प्रकृति के महिषासुर हो जाएगा, जिसके नाश के लिए मां को कल्कि के रूप मेें अवतार लेना होगा। इस संदेश के साथ माता महिषासुर का वध करती नजर आएंगी। शंख बजाकर पेड़ों की बचाने की नसीहत देंगी। पेड़ों के कटने से होने वाले पृथ्वी के विनाश का स्वरूप बताएंगी। प्रतिमा में कल्कि के एक हाथ में सूखा पेड़ होगा तो दूसरे में हरी-भरी पृथ्वी।
धर्मशाला में बना मां दुर्गा का पंडाल। जागरण
दुर्गाबाड़ी में \“आपरेशन सिंदूर\“ पर होगी नाट्य प्रस्तुति
शहर के सबसे पुराने दुर्गा पूजा पंडाल दुर्गाबाड़ी में मां दुर्गा की प्रतिमा का स्वरूप तो परंपरागत होगा, लेकिन आयोजन में देशभक्ति की झलक होगी। एक नाट्य प्रस्तुति \“ऑपरेशन सिंदूर\“ को समर्पित होगी, जिसमें कुशीनगर के फाजिल नगर के बच्चे आपरेशन की झलक दिखाकर उपस्थित जनसमूह में राष्ट्रप्रेम का भाव जगाएंगे।
भारत की बढ़ती ताकत का अहसास कराएंगे। दुश्मनों को आतंकवादी गतिविधियों से बाज आने की चेतावनी देंगे। पूजा समिति से जुड़े दीपक चक्रवर्ती निशांत ने बताया कि यह नाटक नवरात्र की सप्तमी तिथि यानी 29 सितंबर को दुर्गाबाड़ी पंडाल परिसर में प्रस्तुत किया जाएगा।
शाहपुर के गीता वाटिका रोड पर श्री श्री सिंह वाहिनी दुर्गा पूजा नवयुवक समिति के तत्वावधान में बना स्वचालित मूर्ति का पंडाल। जागरण
लोगों की प्रतिक्रिया
यह पंडाल हमें याद दिलाता है कि पूजा सिर्फ मंत्रोच्चार और प्रसाद तक सीमित नहीं है। असली पूजा वह है, जिसमें हम अपने देश सम्मान करें। आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों और राष्ट्र की रक्षा को सर्वोपरि मानें।
-अभिषेक सिंह
शहर के कुछ पूजा पंडाल लोगों की भावना के अनुरूप तैयार कराए गए हैं। उनमें जाने के बाद आध्यात्मिक शक्ति के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति की भावना जाग रही है। आध्यात्म के जरिये देशभक्ति के प्रति समर्पण की प्रेरणा मिल रही है।
-युवराज सक्सेना
शहर के पूजा पंडालों की भव्यता इस बार बढ़ी दिख रही है। देशवासियों की भावना से जुड़ी दिख रही है। कुछ पंडाल भव्यता से मन मोह रहे हैं तो कुछ थीम के जरिये राष्ट्रभक्ति का संदेश दे रहे हैं। चेतना को जगाने का काम रहे रहे हैं।
-ऋषभ कर्ण
यह देखकर अच्छा लगा रहा है कि पंडालों के जरिये पर्व को सार्थकता मिल रही है। श्रद्धा व भक्ति की भावना तो संतुष्ट हो ही रही है, देश व समाज की सेवा की प्रेरणा भी मिल रही है। वह पूजा समितियां बधाई की पात्र हैं, जिन्होंने ऐसा सोचा है।
-नित्यानंद तिवारी
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