गठिया के शुरुआती लक्षणों को न करें अनदेखा ( Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गठिया एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न का कारण बनती है। यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ अधिक आम हो जाती है,लेकिन अब यह युवाओं को भी तेजी से प्रभावित कर रही है। गठिया के कई प्रकार होते हैं, जिनमें रुमेटॉइड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस और गाउट प्रमुख हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अगर इसके लक्षणों की अनदेखी की जाए तो यह न केवल चलने-फिरने में बाधा बनती है, बल्कि स्थायी विकलांगता और असहनीय दर्द का कारण भी बन सकती है। यहां बताए गए कुछ लक्षण गठिया होने की चेतावनी दे सकते हैं, जिन्हें नजरंदाज नहीं करना चाहिए। तो आईए जानते हैं इनके बारे में-
जोड़ों में लगातार दर्द
अगर किसी जोड़ में बार-बार या लगातार दर्द बना रहता है, खासकर हाथ, घुटने, टखने या कंधों में, तो यह गठिया का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
सूजन का बना रहना
जोड़ों में हल्की से लेकर गंभीर सूजन गठिया की शुरुआत का संकेत देती है। यह सूजन स्पर्श करने पर दर्दनाक हो सकती है।
सुबह के समय जकड़न
सुबह उठने के बाद जोड़ों में अकड़न महसूस होना और उनका आसानी से न हिलना गठिया का आम लक्षण है।
जोड़ों में गर्माहट और लालिमा
सूजन के साथ जोड़ों में गर्मागट और लालिमा महसूस होना, गठिया के कारण सूजन के बढ़ते लेवल को दर्शाता है।
हिलने-डुलने में परेशानी
अगर सामान्य गतिविधियों जैसे चलना, झुकना या वजन उठाने में तकलीफ हो रही हो, तो यह जोड़ों की कमजोरी का संकेत हो सकता है।
Motilal Oswal stock recommendations, Adani Ports share target, HDFC Life share target, Mahindra Mahindra stock, Tech Mahindra stock target, Sri Lotus Developers stock, Festive season stock picks, Brokerage firm stock tips, Stock market investment advice, Share market recommendations
बार-बार थकान महसूस होना
गठिया में शरीर की इम्यून प्रणाली एक्टिव रहती है, जिससे व्यक्ति को थकावट जल्दी महसूस होती है।
बुखार और शरीर में दर्द
कभी-कभी गठिया में हल्का बुखार और पूरे शरीर में दर्द जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं, जो इन्फेक्शन या सूजन से जुड़े होते हैं।
वजन में अनचाहा बदलाव
बिना किसी कारण के वजन घटना, खासकर रुमेटॉइड गठिया में आम बात है।
जोड़ की साइज में बदलाव
गंभीर गठिया में जोड़ टेढ़े-मेढ़े होने लगते हैं, जिससे अंगों की सामान्य बनावट प्रभावित होती है।
लचीलापन कम होना
जोड़ों की मूवमेंट में रुकावट या सीमित होना गठिया की गंभीरता को दर्शाता है।
यदि इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर इलाज, बैलेंस्ड डाइट, एक्सरसाइज और सही लाइफ स्टाइल से इस रोग को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- गठिया से करना चाहते हैं बचाव, तो आज ही अपना लें ये आसान उपाय, जोड़ों का दर्द रहेगा कोसों दूर
यह भी पढ़ें- Arthritis Diet: गठिया के मरीजों को जमकर खानी चाहिए ये 4 चीजें, कंट्रोल में रहेगा यूरिक एसिड
 |