OpenAI पर सात मुकदमे दायर हुए हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। OpenAI पर सात अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में आरोप लगाया गया है कि कंपनी के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT ने कुछ यूजर्स को शारीरिक नुकसान और मानसिक हानि पहुंचाई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सात में से चार मुकदमे गलत मृत्यु (wrongful death) से जुड़े हैं, जो गुरुवार को फाइल किए गए, जबकि बाकी तीन मुकदमों में ChatGPT को मेंटल ब्रेकडाउन का कारण बताया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ये मुकदमे उस वक्त आए हैं जब सैन फ्रांसिस्को बेस्ड AI कंपनी OpenAI ने हाल ही में ChatGPT में मेंटल हेल्थ क्राइसिस से जूझ रहे यूजर्स के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय जोड़े थे।
OpenAI के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज
द न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये सातों मुकदमे कैलिफोर्निया राज्य की अदालतों में दायर किए गए हैं, जिनमें कहा गया है कि ChatGPT एक दोषपूर्ण प्रोडक्ट है।
चार गलत मृत्यु के मामलों में से एक केस जॉर्जिया के 17 वर्षीय Amaurie Lacey का है, जिसने कथित तौर पर अगस्त में आत्महत्या से पहले एक महीने तक ChatGPT से आत्महत्या की योजनाओं पर बात की थी।
एक दूसरा मामला फ्लोरिडा के 26 वर्षीय Joshua Enneking से जुड़ा है। उसकी मां का आरोप है कि उसने ChatGPT से यह पूछा था कि वह अपने आत्महत्या के इरादे को कंपनी के ह्यूमन रिव्यूअर्स से कैसे छुपा सकता है।
इसके अलावा, टेक्सास के 23 वर्षीय Zane Shamblin के परिवार ने भी मुकदमा दर्ज कराया है। परिवार का दावा है कि ChatGPT ने उसे आत्महत्या से पहले प्रोत्साहित किया।
चौथा मामला ओरेगन के 48 वर्षीय Joe Ceccanti की पत्नी ने दायर किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Ceccanti को दो बार साइकोटिक ब्रेकडाउन हुआ और वह अगस्त में आत्महत्या कर बैठे। उनका मानना था कि ChatGPT संवेदनशील हो चुका है।
मेंटल ब्रेकडाउन से जुड़े तीन अन्य मुकदमे
रिपोर्ट में बताया गया है कि तीन और लोगों ने मुकदमे दायर किए हैं, जिन्होंने आरोप लगाया कि ChatGPT ने उनके मानसिक संतुलन पर असर डाला। इनमें से दो लोग, 32 वर्षीय Hannan Madden और 30 वर्षीय Jacob Irwin, का कहना है कि ChatGPT के साथ बातचीत के बाद उन्हें इमोशनल ट्रॉमा की वजह से मनोवैज्ञानिक इलाज लेना पड़ा।
तीसरे व्यक्ति, 48 वर्षीय कनाडा के Allan Brooks ने दावा किया कि उन्हें भ्रम हो गया और उन्हें शॉर्ट-टर्म डिसएबिलिटी लीव लेनी पड़ी। रिपोर्ट के मुताबिक, Brooks को ये विश्वास हो गया था कि उन्होंने एक ऐसा मैथमैटिकल फॉर्मूला खोज लिया है जो दुनिया के इंटरनेट सिस्टम को तोड़ सकता है और काल्पनिक मशीनों को शक्ति दे सकता है।
OpenAI का बयान
OpenAI के प्रवक्ता ने इन घटनाओं को \“बेहद दुखद\“ बताया और कहा- \“हम ChatGPT को इस तरह प्रशिक्षित करते हैं कि वह भावनात्मक या मानसिक तनाव के संकेतों को पहचान सके, बातचीत को शांत करे और यूजर्स को वास्तविक दुनिया के सपोर्ट की ओर गाइड करे। हम मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ मिलकर ChatGPT की प्रतिक्रियाओं को संवेदनशील स्थितियों में और मजबूत बना रहे हैं।\“
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