पूरा मामला शुक्रवार की शाम को पीएम नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आगमन के दौरान की है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। “ऐसे अराजक भाजपाई विधायक के ऊपर सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज़ होना चाहिए। ये तो प्रधान संसदीय क्षेत्र में भाजपाई दबंगई का एक उदाहरण है बाक़ी जगह की तो बात ही क्या करना। निंदनीय-दंडनीय!“ यह शब्द हैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बनारस में कैंट विधायक व भाजपा नेता सौरभ श्रीवास्तव को लेकर। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अखिलेश की पोस्ट एक्स पर जारी होने के बाद यह प्रकरण एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। पूरा मामला शुक्रवार की शाम को पीएम नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आगमन के दौरान की है।
बनारस रेलवे स्टेशन पर बीजेपी विधायक सौरभ श्रीवास्तव और आरपीएफ के अफसर के बीच झड़प की घटना सामने आई है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री की सुरक्षा के कारण एक बीजेपी महिला कार्यकर्ता को रोका गया। इस पर विधायक जी गुस्से में आ गए और उन्होंने अफसर को ड्यूटी से हटाने की मांग की। यह घटना शुक्रवार शाम की है और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अफसर के साथ तीखी बहस की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, खासकर जब प्रधानमंत्री की सुरक्षा की बात हो। रेलवे स्टेशन पर इस प्रकार की घटनाएँ आमतौर पर सुरक्षा के लिए चिंता का विषय होती हैं। मगर अखिलेश के पोस्ट के बाद से यह प्रकरण शनिवार को और भी चर्चा में आ गया।
इस घटना के बाद, राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने विधायक के समर्थन में आवाज उठाई है, जबकि विपक्ष ने इस मामले को लेकर सवाल उठाए हैं। यह घटना न केवल राजनीतिक विवाद का कारण बनी है, बल्कि यह सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता को भी उजागर करती है। |