जागरण संवाददाता, बदायूं। जिले की ग्राम पंचायतों में चल रही फर्जीवाड़े और भृष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। इस बार शिकायतकर्ता के आरोपों की जांच कराने पर हैंडपंप रीबोर के नाम पर 5.37 लाख, सफाई कार्य में 2.61 लाख समेत कुल 8.32 लाख रुपये का घोटाला किया गया। शिकायत पर डीएम ने जिला लेखा परीक्षा अधिकारी से मामले की जांच कराई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जांच में गड़बड़झाला मिलने के बाद जांच अधिकारी की आख्या रिपोर्ट के आधार पर डीएम अवनीश राय ने प्रधान की पावर सीज करने के साथ ही भ्रष्टाचार करने वाले सचिव, ग्राम प्रधान से वसूली के आदेश भी दिए हैँ। आसफपुर विकास खंड के ग्राम भूड बिसौली के इसरार खान ने जिला स्तरीय अधिकारियों से ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यों में घपले की शिकायत की थी।
शिकायतकर्ता ने 24 फरवरी 2023 को बिंदुवार शिकायत की थी। जिसमें विकास कार्यों में विभिन्न अनियमितता बरतने के आरोप लगाए थे। डीएम ने शिकायत का संज्ञान लेकर जांच कमेटी गठित सभी बिंदुओं पर जांच कराई। जांच कमेटी ने 25 जून 2024 के लिए डीएम को रिपोर्ट सौंपी। जिसमें जांच रिपोर्ट के आधार पर भूड़ बिसौली की ग्राम प्रधान अपसाना को कारण नोटिस दिया गया।
इस पर प्रधान ने स्पष्टीकरण दिया। इससे शिकायतकर्ता ने अंसतोष जताया। शिकायतकर्ता ने इसके बाद कई बार शिकायत की। हाईकोर्ट में याचिका दायर की। शासन स्तर से मुख्य लेखा परीक्षा अधिकारी से जांच की गई। जिसमें शिकायतें सही पाई। इसमें हैंडपंप मरम्मत व रिबोर के कार्य में धांधली की गई थी। अभिलेखों में हेरफेर किया गया था।
डीएम ने 537822 लाख रुपये की धनराशि ग्राम प्रधान व तत्कालीन सचिव से वसूल किए जाने की संस्तुति की गई है। इसके अलावा नूरी मजिस्द पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए। जबकि अभिलेखों में सीसीटीवी कैमरे लगाकर धनराशि हड़प ली गई। इसमें भी 17 हजार रुपये की वसूली ग्राम प्रधान तत्कालीन सचिव से किए जाने की संस्तुति की गई है।
वहीं, सफाई कार्य के 261051 लाख रुपये, कूड़ा गाड़ी की खरीद के 16500 रुपये की धनराशि भी ग्राम प्रधान व तत्कालीन सचिव से वसूली की जाएगी। इसके अलावा बगैर ग्राम पंचायत सदस्यों की उपस्थिति के उनके फर्जी हस्ताक्षर व अंगूठा निशान से विकास कार्य करवाने के मामले में भी ग्राम प्रधाव सचिव के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा अमानउल्ला द्वारा अपने घर के सामने स्वंय के खर्चे से सड़क की मरम्मत कार्य कराया गया था। लेकिन ग्राम प्रधान व तत्कालीन सचिव ने फर्जी बिल तैयार कराकर ग्रामनिधि से भुगतान करा लिया था। जिसमें ग्राम प्रधान व तत्लाकीन सचिव को दोषी बनाते हुए ग्राम विकास अधिकारी कपिल गौतम व सचिव से धनराशि की वसूल की जाएगी।
इसी प्रकार विकास कार्यो में धांधली की 832373 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता व गबन की शिकायत भी सही पाई। डीएम ने ग्राम प्रधान अपसाना की वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों को अग्रिम आदेशों पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही डीएम ने अंतिम जांच के लिए उप कृषि निदेशक को जांच अधिकारी नामित किया है।
भूड़ बिसौली ग्राम पंचायत में विकास कार्यों से संबंधित कार्यों में अनियमितता की शिकयत के बाद जांच कराई गई थी। जिसमें आरोप सही पाए जाने के बाद प्रधान और सचिव से रिकवरी के आदेश दिए हैं। प्रधान की पावर सीज की गई है।
- अवनीश कुमार राय, डीएम बदायूं |