जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली की सभी जिला अदालत बार एसोसिएशनों की समन्वय समिति और दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने गुरुग्राम एसटीएफ द्वारा अधिवक्ता विक्रम सिंह की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है। समिति ने इसे कानूनी पेशे की स्वतंत्रता पर सीधा हमला और अधिवक्ता को डराने का प्रयास बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समिति ने कहा कि अधिवक्ता का अपने मुवक्किल का बचाव करना उसका पेशेवर दायित्व है और इस आधार पर उसे अपराधी ठहराना कानून के शासन और न्याय व्यवस्था पर प्रहार है।
समिति ने विक्रम सिंह के साथ एकजुटता जताते हुए तत्काल और बिना शर्त झूठे मुकदमे की वापसी की मांग की है। वहीं, समिति ने ये भी निर्णय लिया कि छह नवंबर 2025 को दिल्ली की सभी जिला अदालतों में पूर्ण हड़ताल की जाएगी। इस दिन सभी अधिवक्ता कोर्ट के कार्य से दूर रहकर विरोध दर्ज करेंगे।
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दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी ने भी इस कार्रवाई को शक्ति के दुरुपयोग और कानूनी पेशे की गरिमा पर हमला करार दिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। |
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