deltin51
Start Free Roulette 200Rs पहली जमा राशि आपको 477 रुपये देगी मुफ़्त बोनस प्राप्त करें,क्लिकtelegram:@deltin55com

क्या आप जानते हैं विजयदशमी और दशहरे के बीच का अंतर? मिलता है खास संकेत

LHC0088 2025-9-27 21:50:28 views 1242

  know the Difference between Vijayadashami and Dussehra





धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर विजयदशमी और दशहरा का पर्व मनाया जाता है। यह दोनों ही त्योहार अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देते हैं। अगर आप भी विजयदशमी और दशहरा (Dussehra And Vijayadashami Difference) के पर्व को एक ही समझते हैं, तो आज हम आपको इस दोनों पर्वों के बीच का अंतर बताने जा रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
क्यों मनाया जाता है दशहरा

आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर दशहरे का पर्व मनाया जाता है। यह वह दिन है जब भगवान राम ने रावण का वध किया था और अधर्म पर धर्म की स्थापना की थी। हर साल इस दिन पर देशभर में मेले लगते हैं और रावण का पुतला बनाकर उसका दहन किया जाता है, जिसे हम सभी रावण दहन के रूप में जानते हैं।



  

(Picture Credit: Freepik)

साथ ही लोग इस दिन पर लोग अपने अंदर की रावण रूपी बुराइयों का दहन करने का भी संकल्प लेते हैं। यह पर्व इस बात का भी संकेत है, कि चाहे बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, वह कभी भी अच्छाई से नहीं जीत सकती।
विजयादशमी का महत्व

हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली दशमी तिथि पर ही विजयदशमी का भी पर्व मनाया जाता है। इस दिन को मां दुर्गा के महिषासुर नामक दैत्य पर विजय के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार शारदीय नवरात्र के समापन का प्रतीक भी है। मार्कंडेय पुराण में वर्णित कथा के अनुसार, देवी दुर्गा ने आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से दशमी तिथि तक महिषासुर से युद्ध किया था।



  

नौ दिन के युद्ध के बाद दसवें दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया। इसलिए नवरात्र के दसवें दिन को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन भी किया जाता है। इसके साथ ही कई स्थानों पर विजयदशमी के दिन अस्त्र-शस्त्र की पूजा का भी विधान है।

यह भी पढ़ें - Dussehra 2025: किस दिन मनाया जाएगा दशहरा? एक क्लिक में नोट करें मुहूर्त और योग



यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र में कब करें हवन? यहां पढ़ें सही नियम और मुहूर्त

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है
like (0)
LHC0088Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments

Explore interesting content

LHC0088

He hasn't introduced himself yet.

210K

Threads

0

Posts

610K

Credits

Forum Veteran

Credits
68548