Spaced Repetition Technique: इन तरीकों से याद रख सकेंगे।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: क्या आपको भी चीजों को लंबे वक्त तक याद रखने में परेशानी होती हैं या पढ़ी हुई चीजें जल्दी समझ नहीं आती है। या किताब बंद करते ही आपको ऐसा महसूस होता है कि आपने जो कुछ भी अभी पढ़ा है वे सब अब आप भूल रहे हैं। अगर आप भी पढ़ाई करते वक्त इन सभी परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो आपके लिए स्पेस्ड रिपीटेशन (Spaced Repetition Technique) कारगर हो सकती है। जी हां इस टेक्निक की मदद से पढ़ी हुई चीजों को लंबे समय तक याद रखना बेहद ही आसान है। साथ ही यह परीक्षा के दौरान रिवीजन को आसान बनाने में भी मदद करती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि अगर आप एक छात्र या पेशेवर हैं, तो आप चीजों को लंबे समय तक याद रखने के लिए इस टेक्निक का उपयोग कैसे कर सकते हैं।
स्पेस्ड रिपीटिशन क्या है
स्पेस्ड रिपीटेशन टेक्निक रट्टा मारने के बिल्कुल विपरीत है। इस टेक्निक के जरिये आप बार-बार किसी भी चीज को दोहराते है, जिससे आपको तथ्यों, आंकड़ों, अवधारणाओं आदि को लंबे समय तक याद रखने में आसानी होती है। इस टेक्निक के जरिये जब आप बार-बार किसी भी चीज को दोहराते हैं, तो उसे भूलने की संभावना कम हो जाती है और आप किसी भी अवधारणा के असल मायनों को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं। रेखा देवार,छत्तीसगढ़ लोककला,लोकगायिका रेखा देवार,नवा अंजोरी लोक कला सांस्कृतिक मंच,देवार जाति,भरथरी गायन,छत्तीसगढ़ संस्कृति,भारतीय लोक संगीत,लोककला प्रशिक्षण,मुंगेली छत्तीसगढ़
कैसे करें अप्लाई
चीजों को याद रखने के लिए इस टेक्निक को अप्लाई करना बेहद ही आसान है। यहां कुछ स्टेप्स बताए गए हैं, जो स्पेस्ड रिपीटिशन टेक्निक की मदद से आपको अपनी पढ़ाई को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगी।
- किसी भी नई चीज को समझने या पढ़ने के बाद अगले दिन उसका रिवीजन अवश्य करें।
- इसके बाद उसी विषय को अगले दिन, एक सप्ताह बाद और दो सप्ताह बाद दोबारा दोहराने की कोशिश करें।
- याद रखने को और ज्यादा कारगर बनाने के लिए फ्लैश कार्ड तकनीक का उपयोग करें।
- आप किसी भी विषय की अवधारणा, तथ्य या आंकड़ों को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में शॉर्ट नोट्स बनाकर भी रख सकते हैं।
- अंत में विषय को लंबे समय तक याद रखने के लिए महीने के अंत में उस विषय का दोबारा रिवीजन करें।
मिलेंगे बेहतरीन फायदे
स्पेस्ड रिपीटेशन टेक्निक की मदद से आप चीजों को बार-बार दोहराते हैं, जिससे उसे लंबे समय तक याद रखने में आसानी होती है। साथ ही आपका मानसिक विकास भी होता है। यह टेक्निक केवल चीजों को याद रखने में नहीं, बल्कि पढ़ाई के दौरान आपके काम का बोझ कम करने और समय को बचाने में भी मदद करती है।
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