उरई में जनसभा करने पहुंचे थे सीएम योगी।
जागरण संवाददाता, उरई। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान योगी जालौन जनपद में जनसभा करने आए थे, उसके बाद उनके आगमन का यह पहला मौका था। गुरुवार को जनपद को 1824 करोड़ की परियोजना का उपहार देने के साथ उरई के इंदिरा स्टेडियम में अपने 27 मिनट के संबोधन के दौरान उन्होंने कांग्रेस-बसपा का नाम नहीं लिया, बल्कि सपा और सपाई नाम कई बार लेते हुए उन्हें हांसिए पर रखा। यहां तक कहा कि जब सपा की सरकार थी तब यह कहावत थी कि ‘देख सपाई बिटिया घबड़ाई, जिस गाड़ी में सपा का झंडा, देखो कोई होगा सपा का गुंडा,। उन्होंने सपा को घेरे में लेते हुए बुंदेलखंड वासियों को साधने का प्रयास किया और इसी तरह आगे भी डबल इंजन की सरकार का सहयोग करने का आह्वान कर गए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भले ही लोकसभा का चुनाव एक साल पहले था लेकिन उसमें बुंदेलखंड में भाजपा की ओर से उस असफलता को अभी भी भुलाया नहीं जा सका है बल्कि आम जनता की नाराजगी और पार्टी में मजबूती लाने को लेकर लगातार प्रयास हो रहे हैं। गुरुवार को जनपद के दौरे पर आए मुख्यमंत्री की ओर से भी बुंदेलखंडवासियों का आह्वान कर डबल इंजन की सरकार पर आगे भी भरोसा जताने की बात कही। इसी कड़ी में उन्होंने यहां के देव स्थानों के कायाकल्प के साथ कानपुर देहात, इटावा, औरैया व जालौन के किसानों की असिंचिति जमीन को पानी उपलब्ध कराने के लिए पचनद पर जल्द बैराज का प्रोजेक्ट देने की घोषणा की थी। यह परियोजना 2600 करोड़ की लागत से बननी है। इस परियोजना से एक लाख से अधिक किसान परिवारों को लाभ मिलेगा।
योजना से जालौन की 14731 हेक्टेयर, कानपुर देहात की 39718 हेक्टेयर और औरैया जिले की 10501 हेक्टेयर असिंचित भूमि को बैराज का लाभ मिलेगा। अपने संबोधन के दौरान किसानों, दलितों के उत्थान की बात कही। साथ ही बसपा का नाम लिए बिना सपा को घेरते हुए कहा था कि सपा ने बीते चुनावों के दौरान कई बार कहा कि अगर उनकी सरकार आई तो दलितों के नाम पर बने स्मारक गिरवा देंगे। मंच पर अपने समस्त विधायकों के कार्यों की प्रशंसा की और जनता का पूरा सहयोग करने का उनसे संकल्प भी दिलाया। जनता से सीधे संवाद करते हुए यह भी कह गए कि कोई भी समस्या हो तो तुरंत अपने विधायक, पार्टी के पदाधिकारियों से कहिए। हमसे भी पोर्टल के माध्यम से अपनी बात कह सकते हैं।
जानें क्या है पंचनद
इटावा-जालौन-मप्र की सीमा पर चंबल, क्वारी, यमुना, पहुज, सिंध नदी के संगम ही पचनद कहा जाता है। करीब 2600 करोड़ की लागत से बनने वाली इस परियोजना से जालौन, इटावा, औरैया, कानपुर देहात की हजारों हेक्टेयर असिंचित भूमि को नहरें निकाल कर सिंचित करने की योजना है। एक लाख से अधिक किसान परिवारों को लाभ मिलेगा। योजना से जालौन की 14731 हेक्टेयर, कानपुर देहात की 39718 हेक्टेयर और औरैया जिले की 10501 हेक्टेयर असिंचित भूमि को बैराज का लाभ मिलेगा।
पूर्व सरकारों ने किसानों के लिए पचनद बांध बनाने की घोषणा की थी लेकिन बाद में ध्यान नहीं दिया। प्रदेश में भाजपा सरकार आने पर लोगों को उम्मीद जगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल किया था। एक जनवरी 2021 को प्रदेश के प्रमुख सचिव एवं सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता ने पचनद बैराज की 2597 करोड़ रुपये की रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने रखी थी। एडीएम संजय कुमार ने बताया कि जनवरी 2021 में मुख्यमंत्री के ट्वीट व इंडेक्स मैप के अनुसार बैराज से भोगनीपुर शाखा को जोड़ने वाली बाईं पंप कैनाल 13 किलोमीटर व जालौन के कुठौंद शाखा को जोड़ने वाली दायीं पंप कैनाल 12 किलोमीटर लंबी होगी। बैराज के साथ 19 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड नहर जिसकी चौड़ाई 20 से 25 मीटर होगी। |