सप्ताह भर में पूर्वांचल के रास्ते यूपी से विदा हो जाएंगे मानसूनी बादल।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। मानसून अब पश्चिम उत्तर प्रदेश से विदा हो चला है। सप्ताह भर के भीतर ही अब पूर्वांचल से भी मानसून विदा हो जाएगा। इसके साथ ही सोनभद्र से यूपी में प्रवेश करने वाले मानसूनी बादल सोनभद्र के रास्ते ही यूपी से विदा भी हो जाएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बुधवार को मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों से मानसून ने विदायी ले ली है। अब मध्य उत्तर प्रदेश यानी लखनऊ से विदा होने के बाद पूर्वांचल का बादल रुख करेंगे और पूर्वांचल के साथ ही यूपी से मानसूनी बादल विदाई ले लेंगे।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 14 सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से अपनी वापसी शुरू कर दी थी। इसके बाद 16 और 22 सितंबर को दो और चरणों में पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से मानसून लौटने लगा। वर्तमान में प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र नहीं है।
निचले क्षोभमंडल में व्याप्त शुष्क पछुआ और उत्तरी-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से पूर्वी उत्तर प्रदेश के 1-2 स्थानों पर बूंदा-बांदी या छिटपुट बारिश की संभावना है। वहीं, प्रदेश के पश्चिमी और मध्यवर्ती भाग में पिछले 3-4 दिनों से जारी शुष्क मौसम आने वाले कुछ दिनों तक बना रहने की संभावना है।kanpur-city-crime,Kanpur looters arrested, Girlfriend gifts, Kanpur mobile snatching case, Robbery for expensive gifts Kanpur, Five arrested Kanpur crime news, Kanpur Five Accused Arrested, Drug Habit, Mobile Robbery Kanpur, Kanpur Loot Case, कानपुर समाचार, कानपुर में लूट, लूट के आरोपी गिरफ्तार,Uttar Pradesh news
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी 24 घंटों के दौरान, बुधवार को दोपहर बाद मानसून प्रदेश के पश्चिमी भाग से भी वापस लौटना शुरू कर देगा। इस बीच, बंगाल की खाड़ी में बने निम्नदाब क्षेत्र तटीय पश्चिम बंगाल और उत्तरी उड़ीसा तट एवं संलग्न उत्तरी-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर संकेंद्रित है। इसके कारण पूर्वांचल के दक्षिणी और पूर्वी जिलों में 24 सितंबर से कहीं-कहीं बूंदा-बांदी के साथ छिटपुट बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, 26 सितंबर को यह बारिश प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के कुछ हिस्सों तक पहुंचने की उम्मीद है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मानसून की वापसी की प्रक्रिया के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। यह बारिश मुख्यतः स्थानीय मौसम तंत्रों के प्रभाव से होगी। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय प्रदेश में कोई भी महत्वपूर्ण मौसमी गतिविधि नहीं है, जिससे शुष्क मौसम का प्रभाव बढ़ सकता है।
इस प्रकार, आगामी दिनों में प्रदेश के मौसम में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में बने निम्नदाब क्षेत्र के कारण पूर्वांचल के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। यह स्थिति किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि बारिश की कमी से फसल पर असर पड़ सकता है। इस मौसम के बदलावों को ध्यान में रखते हुए, स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। |