LHC0088 • 2025-10-9 21:36:34 • views 112
जागरण संवादादता, वाराणसी। शादी के लिए स्वजन के तैयार न होने पर युवक ने किशोरी संग जान देने का पहले तो निर्णय लिया था। इसके बाद अचानक किशोरी राजी नहीं हुई तो अकेले नदी में छलांग लगी दी। हालांकि, जान तो नहीं गई लेकिन तीन दिन ट्रामा सेंटर में भर्ती रहा। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सातवीं की छात्रा ने स्वजन के डर से शादी के लिए ‘ना’ कह दी तो युवक ने उसके सामने साथ मरने के लिए दबाव बनाया। बिटिया जान देने को राजी न हुई तो युवक दशाश्वमेध घाट पहुंच गंगा में छलांग लगाई तो पानी के बजाए सीढ़ी पर जा गिरने से उसके दोनों पैर टूट गए। स्वजन काे भनक लगी तो उसे बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराए। इधर किशोरी के स्वजन नामजद केस दर्ज कराए तो चेतगंज पुलिस 72 घंटे इंतजार के बाद आरोपित का चालान कर कोर्ट में पेश की, जहां से वह जेल पहुंच गया।
चेतगंज निवासी सातवीं कक्षा की छात्रा पांच अक्टूबर को घर से निकली तो शाम होने तक नहीं लौटी। परेशान स्वजन ने पूरे दिन बिटिया काे तलाशने के बाद थाना चेतगंज में नदेसर निवासी शुभम शर्मा के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया। पुलिस छानबीन में जुटी तो आरोपित के ट्रामा सेंटर में भर्ती होने की बात पता चली।
इंस्पेक्टर चेतगंज विजय शुक्ला ने बताया कि बीएचयू के ट्रामा सेंटर में पुलिस का पहरा बिठाया गया था। बुधवार को तीन दिन बाद आरोपित के दोनों पैर में पक्का प्लास्टर बंधते ही उसका चालान कर दिया गया है। व्हीलचेयर पर बैठाकर उसे जेल में दाखिल किया गया। पुलिस टीम में विजय कुमार शुक्ला, प्रभारी मिशन शक्ति एसआइ आदर्शिका, चौकी प्रभारी चेतगंज शिप्रा सिंह व कांस्टेबल रितिक राज शामिल रहे। |
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