दीपक गुप्ता के घर पर जुटी ग्रामीणों की भीड़ - जागरण
संवाद सूत्र, चरगांवा। महुआचाफी गांव की गलियां भय और गम में डूबी हुई हैं।पुलिस गश्त और सुरक्षा बल की मौजूदगी के बावजूद ग्रामीण खौफ में जी रहे हैं। रात होते ही घरों के दरवाजे बंद हो जाते हैं और लोग लाठी-डंडा लेकर पहरा देने को मजबूर हैं। कुछ दिन पहले आसमान में ड्रोन दिखने की खबर ने डर को और गहरा कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गांव की महिलाएं खेत-खलिहान अकेले नहीं जा रही हैं। लोग कहते हैं कि तस्करों का खतरा अब भी टला नहीं है। गांव के सतीश निषाद, शैलेश चौहान, दीपक चौहान, राकेश निषाद, विकास श्रीवास्तव, रामसूरत, दारा सिंह चौहान, माधुरी देवी और गुजराती देवी सभी की जुबान पर यही बात है कि दीपक की हत्या के बाद गांव में मातम पसर गया है।
रात में कहीं फिर से तस्कर आकर हमला न कर दें,यह डर हर किसी के चेहरे पर साफ झलकता है। रात में कोई भी अकेले बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा।गांव में पिपराइच के विधायक महेंद्र पाल सिंह ने गांव 20 स्ट्रीट लाइट लगवाया है।हाईमास्ट और सीसी कैमरे लगवाने की तैयारी चल रही है।mathura-crime,Flipkart fraud,online shopping fraud,Farah Flipkart theft,₹57 Lakh fraud,arrests for Flipkart scam,Intel Core processor theft,Flipkart order cancellation fraud,Uttar Pradesh crime news,e-commerce fraud investigation,local distributor absconding,Uttar Pradesh news
यह भी पढ़ें- महुआचाफी कांड: पिपराइच में नए थानेदार की तैनाती, अब तक हटाए गए 50 पुलिसकर्मी
दीपक की हत्या के नौवें दिन भी घरों में मातम पसरा है और गांव की गलियों में सन्नाटा।परिवार व गांव के लोगों का कहना है घटना में शामिल आरोपित अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।उनके पकड़े जाने व सजा मिलने तक आक्रोश खत्म नहीं होने वाला है। |