रात के अंधेरे में पुलिस-प्रशासन ने कपसाड़ और सलावा से सम्राट मिहिर भोज के बोर्ड हटाए
जागरण संवाददाता, मेरठ। कपसाड़ और सलावा गांव के मुख्य द्वार पर सम्राट मिहिर भोज के बोर्ड पर राजपूत सम्राट लिखने पर विवाद गहरा गया था। इसी को लेकर रातभर एडीजी आफिस में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की बैठक हुई। उसमें दोनों गांव में लगे बोर्ड को हटाने का निर्णय लिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सोमवार देर रात एक बजे एसपी क्राइम अवनीश कुमार और एडीएम सिटी बृजेश सिंह ने पुलिस फोर्स के साथ पहले कपसाड़ गांव के मुख्य द्वार व बाद मे सलावा गांव के गेट पर लगे बोर्ड को उतरवा कर कब्जे में लिया गया। दोनों ही बोर्ड को सरधना थाने में रखवा दिया गया।
अफसरों का तर्क है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर जातिगत टिप्पणी किए गए बोर्ड हटाए गए हैं। उसे लेकर एहतियात के तौर पर भी पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने कहा कि कानून व्यवस्था प्रभावित करने वालों पर सेवन क्रिमिनल एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।
सपा नेता मुखिया गुर्जर ने 26 अगस्त को सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर कमिश्नरी आवास चौराहे पर धनसिंह कोतवाल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। छह सितंबर को कपसाड़ और सलावा गांव में मुख्य द्वार पर राजपूत सम्राट लिखकर मिहिर भोज का बाेर्ड लगा दिया।new-delhi-city-local,New Delhi City news,Ghazipur toll plaza traffic,Delhi traffic congestion,NH-9 traffic jam,Toll plaza expansion plan,Commercial vehicle toll collection,Delhi-Ghaziabad commute,National Highway Authority of India,Traffic management solutions,New Delhi City traffic,Delhi news
उसके बाद ही गुर्जर समाज ने दादरी में महापंचायत करने का निर्णय लिया और इंटरनेट मीडिया पर समाज के लोगों से महापंचायत में पहुंचने का आहवान किया। गुर्जर समाज के लोगों ने पंचायत में कपसाड़ अौर सलावा गांव के मुख्य द्वार पर लगाए गए बोर्ड का विरोध जताया था।
इसी बीच इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जातिगत बोर्ड लगाने और टिप्पणी करने पर रोक लगा दी। उसी को आधार बनाकर पुलिस प्रशासन द्वारा कपसाड़ और सलावा गांव से बोर्ड को उतरवा गया।
इंटरनेट पर टिप्पणी करने वाले प्रधान के बेटे को जेल भेजा
कपसाड़ में खेरू की पत्नी सुनीता प्रधान हैं। उनके बेटे सुधांशु और बसंत सोम ने इंटरनेट मीडिया पर जातीय टिप्पणी की है। पुलिस की तरफ से दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर प्रताप सिंह का कहना है कि साइबर टीम की जांच में सामने आया कि सुधांशु और बसंत सोम ने अपनी आइडी से टिप्पणी की है। उनके द्वारा की गई टिप्पणी से क्षेत्र में माहौल बिगड़ सकता है। सुधांशु को गिरफ्तार कर सोमवार को एसडीएम कोर्ट में पेश किया। एसडीएम ने शांतिभंग के मामले में आराेपित को जेल भेज दिया। |