जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिले के सभी विद्यालयों में आवारा कुत्तों से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में शासन के आदेश पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा सभी विद्यालयों को निर्देश दिए हैं। सभी विद्यालयों में कुत्तों की आवाजाही रोकने के लिए इंतजाम किए जाएंगे। सभी विद्यालयों में कुत्तों की समस्या को लेकर एक एक शिक्षक को नोडल बनाया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि जिले के राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्तविहीन, यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड, आइसीएसई बोर्ड के सभी विद्यालयों में दो सप्ताह के अंदर आवारा कुत्तों की पहचान की जाएगी।
विद्यालयों में कुत्तों की आवाजाही रोकने के लिए विद्यालयों में चारदीवारी एवं द्वारों की व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। जिससे कुत्ते विद्यालयों में प्रवेश न कर सकें। सभी विद्यालयों में एक एक शिक्षक को नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा जो विद्यालय परिसर के रख रखाव और सफाई व्यवस्था के लिए जिम्मेदार होगा।
विद्यालय परिसर में किसी को आवारा कुत्ते के काटने पर नोडल अधिकारी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल से समन्वय कर संबंधित को एंटी रेबीज वैक्सीनेशन एवं सीरम आदि उपलब्ध कराएगा। |