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Year Ender 2025: धमाके और प्रदूषण ने रोकीं खेल, मनोरंजन व पर्यटन गतिविधियां, दिल्ली में और क्या हुआ?

Chikheang 2025-12-30 11:27:03 views 299
  

कर्तव्यपथ पर छाए स्मॉग के बीच बैठे पर्यटक। फाइल फोटो



नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। पर्यटन, मनोरंजन व खेल क्षेत्र के लिए सबसे जरूरी स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण की दरकार होती है। दिल्ली में इस वर्ष यह तीनों प्रभावित रहा। लाल किला के सामने आतंकी बम धमाके, महीनों से छाए वायु प्रदूषण के साथ ही इंडिगो हवाई उड़ानों के जमीन पर आने से सबसे अधिक झटका पर्यटन, मनोरंजन व खेल माहौल को लगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

स्थिति यह कि जहरीली हवा के चलते आउटडोर आयोजनों के साथ खेल की गतिविधियां प्रतिबंधित हो गई। उत्सवी आयोजन निरस्त होने लगे। इस माहौल के बीच, लाल किला में यूनेस्को के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें बलिदान दिवस पर भव्य समागम के साथ रुस के राष्ट्रपति पुतिन और प्रसिद्ध फुटबालर मैसी के दौरे, अंतरराष्ट्रीय गायकों के कन्सर्ट और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों से खूब उत्साह भी मिला।

वायु प्रदूषण के खतरनाक होने से पूर्व दिल्ली अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला जैसे मेलों और उत्सवों से खूब गुलजार रही है। वर्ष 2025 दिल्ली के पर्यटन,मनोरंजन तथा खेल के लिए मिश्रित वर्ष रहा। जहां पर्यटन, मनोरंजन और खेल उद्योगों ने नई ऊंचाइयों को छुआ, लेकिन आतंकी हमलों, वायु प्रदूषण और इंडिगो एयरलाइंस विवाद जैसे चुनौतियों ने इन क्षेत्रों को गंभीर रूप से प्रभावित किया।

भले ही दिल्ली में इस बार भव्य छठ पूजा का आयोजन हुआ, जिसकी चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर खूब हुई, लेकिन यमुना में क्रूज के माध्यम से सैर का अनूठा अनुभव इस वर्ष भी पूरा नहीं हो पाया। राजधानी के रूप में दिल्ली हमेशा से ही सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिकी के साथ खेल का प्रमुख केंद्र रही है।
सरकार का आयोजन हितैषी शहर बनाने पर जोर

सरकार ने दिल्ली को आयोजन और उत्सव हितैषी शहर बनाने पर जोर दिया। इसके लिए जरूरी नीतियों में सुधार किए गए। सबसे बड़ा निर्णय होटल व रेस्तरां समेत अन्य गतिविधियों को दिल्ली पुलिस के एनओसी व मंजूरी की अनिवार्यता से बाहर करना रहा। जिससे लाखों रेस्तरां व होटल संचालकों को इंस्पेक्टराज से बड़ी राहत मिली।

इसी तरह, दिल्ली सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए, जैसे स्टेडियमों के किराये में 40-50 प्रतिशत की कटौती और सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की, जिससे कार्यक्रमों के आयोजन आसान हुए। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली को \“कार्यक्रम हितैषी शहर\“ बनाने का लक्ष्य रखा, जिसके तहत 80 दिनों में 30 से अधिक बड़े आयोजन हुए, जिसमें लाखों पर्यटक शामिल हुए।

इससे पर्यटन से जुड़े रोजगार में वृद्धि हुई, विशेष रूप से होटल, हस्तशिल्प और व्यंजन के क्षेत्र के साथ कार्यक्रम आयोजन कंपनियों और कलाकारों को काफी काम मिला। गतिविधियों की बात करें तो वर्ष की शुरुआत में प्रयागराज में महाकुंभ मेला ने पूरे उत्तर भारत में पर्यटन को बढ़ावा दिया, जिसमें दिल्ली गेटवे के रूप में उभरी।

अनुमानित 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने इस आयोजन में भाग लिया, जिससे दिल्ली के होटलों, परिवहन और स्थानीय बाजारों में उछाल आया, लेकिन कुंभ आयोजन के बीच फरवरी में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ ने तीर्थाटन के आवेग को ठिठका दिया। उस भगदड़ में 18 तीर्थ यात्रियों की जान गई, जो पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
लालकिला आतंकी धमाके से थमा पर्यटन

इस बीच, नकारात्मक घटनाक्रमों ने इस माहौल में डर भरने का काम किया। नवंबर में लाल किला के सामने कार बम विस्फोट ने 12 लोगों की जान ली और पूरे शहर में दहशत फैला दी। यह हमला \“आतंकी हमला\“ घोषित किया गया, जिसके बाद जांच में कई गिरफ्तारियां हुईं। इसके चलते देशी-विदेशी पर्यटकों ने अपने दिल्ली भ्रमण के कार्यक्रम रद किए।

पर्यटकों में असुरक्षा की भावना बढ़ी, खासकर विदेशी यात्रियों में, जिन्होंने दिल्ली को टाला। अप्रैल में कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए, उसने भी दिल्ली के पर्यटन पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डाला, क्योंकि कई पर्यटक दिल्ली से ही उत्तर भारत की यात्रा शुरू करते हैं।
प्रदूषण ने रोकी खेल, उत्सव व पर्यटन गतिविधियां

वायु प्रदूषण ने पर्यटन को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया। दिसंबर में दिल्ली की एक्यूआइ 500 तक पहुंच गई, जिससे दृश्यता कम हुई और उड़ानें व ट्रेनें प्रभावित हुईं। काले प्रदूषण की वजह से पर्यटक के मौसम में होटल की बुकिंग्स में गिरावट आई, और कई अंतरराष्ट्रीय पर्यटक दिल्ली से दूर रहे।

विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदूषण ने खुदरा, पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में लोगों की मौजूदगी को कम किया, जिससे अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ। दीपावली बाद वायु प्रदूषण ने स्थिति और खराब की।
इंडिगो विवाद ने दिया जोर का झटका

इंडिगो विवाद ने पर्यटन को और झटका दिया। दिसंबर में इंडिगो की हजारों उड़ानें रद हुईं, जिससे दिल्ली एयरपोर्ट पर हजारों यात्री फंसे रहे। नई फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (एफडीटीएल) नियमों और तकनीकी गड़बड़ियों से यह संकट पैदा हुआ, जिसने मुख्य पर्यटन मौसम में पर्यटकों को प्रभावित किया।

  
मनोरंजन उद्योग के लिए बेहतर रहा वर्ष

दिल्ली का मनोरंजन उद्योग 2025 में विविधता से भरा रहा, जहां कन्सर्ट्स और फिल्मों ने उत्साह पैदा किया। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि राजधानी में जिस भी फिल्म की 70 प्रतिशत शूटिंग होगी, दिल्ली सरकार उसे तीन करोड़ रुपये तक की सब्सिडी देगी। इसी तरह, फिल्म और टेलीविजन उद्योग को दिल्ली में शूटिंग करने की ओर लगातार आकर्षित करने के प्रयास हो रहे हैं।

ऐसे में उनकी परेशानियां कम करने के लिए एक सिंगल फोटो सिस्टम भी शुरू किया गया है। दिल्ली को \“क्रिएटिव कैपिटल\“ बनाने के प्रयास सफल रहे। ट्रैविस स्टाक, अकोन और दिलजीत दोसांझ जैसे कन्सर्ट ने होटल कमरों के किराये में 21-300 प्रतिशत का उछाल लाया।

दिल्ली में 30 से अधिक बड़े आयोजनों ने मनोरंजन को बढ़ावा दिया, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा हुआ। लाइसेंसिंग रिफार्म्स ने रेस्तरां, होटल और आडिटोरियम्स के लिए प्रक्रिया सरल की, जिससे मनोरंजन स्पेस बढ़े।
शानदार रहा खेलों के लिए वर्ष

दिल्ली ने खेलों के क्षेत्र में एक शानदार वर्ष देखा है, जब राजधानी में कम से कम तीन प्रमुख खेल आयोजन बड़े पैमाने पर सम्पन्न हुए। सबसे पहले खो खो वर्ल्ड कप 2025 का ऐतिहासिक आयोजन 13 से 19 जनवरी तक इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुआ, जिसमें पुरुष और महिला दोनों टीमों ने प्रतिस्पर्धा की।

इसके बाद मार्च में खेलो इंडिया गेम्स 2025 20 से 27 मार्च तक दिल्ली के विभिन्न स्टेडियमों में आयोजित किए गए, जिनमें 6 खेल (पैराअर्चरी, पैरा एथलेटिक्स, पैरा बैडमिंटन, पैरा टेबल टेनिस, पैरा पावरलिफ्टिंग और पैरा शूटिंग) शामिल थे और देश भर के पैराअथलीटों ने भाग लिया।

सबसे बड़ा आयोजन वर्ल्ड पर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 था, जो 27 सितंबर से पांच अक्टूबर तक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुआ। यह पहला ऐसा विश्व-स्तरीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप था जो भारत और दक्षिण एशिया में आयोजित हुआ, जिसमें 100 से अधिक देशों के1,000 से अधिक एथलीटों ने हिस्सा लिया।

इसी तरह, अरुण जेटली स्टेडियम में महिला और पुरुष का दिल्ली प्रीमियर लीग आयोजित की गई। वही इसी वर्ष स्टेडियम में भारतीय महिला और ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम के बीच यादगार मैच खेला गया।

यही नहीं भारत और वेस्टइंडीज के बीच एक टेस्ट मैच भी खेला गया। इसके अलावा दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मुकाबले भी खेले गए। हालांकि, आतंकी हमलों ने स्पोर्ट्स इवेंट्स की सुरक्षा पर सवाल उठाए। वायु प्रदूषण ने आउटडोर खेल व प्रशिक्षण प्रभावित किए, और इंडिगो संकट ने खिलाड़ियों की यात्रा बाधित की।

  


दिल्ली के पर्यटन व सांस्कृतिक आयोजनों के लिए यह वर्ष मिला जुला रहा है। जहां, लाल किला आतंकी बम धमाके ने पर्यटकों को चिंतित किया वहीं, वायु प्रदूषण की समस्या स्थाई बन चुकी है, जो पूरे पर्यटन के मौसम में छाई रहती है। इससे निजात दिलाने को लेकर प्रयास हुए, लेकिन जिस तरह से वर्षों में यह समस्या विकराल हुई है। उतना समय इसके सुधार में भी लगेगा। इंडिगो विवाद ने बड़ी चोट पहुंचाई है। सरकार ऐसा दोबारा न हो। इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। अच्छी बात यह रही कि सरकार ने हजारों होटल व रेस्तरां को पुलिस के इंस्पेक्टराज से मुक्ति दी। साथ ही सिंगल विंडो सिस्टम की तरफ आगे बढ़ते हुए ईज आफ डूइंग बिजनेस को लागू कर रही है। जीएसटी में भी होटलों के कमरों के किराये पर लगने वाले कर को 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत किया गया। केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से आने वाले वर्षों में बेहतर माहौल दिखाई देगा। केंद्र सरकार को वीजा मामले में कुछ सुधार करना चाहिए तथा वीजा आन अराइवल तथा ई वीजा की सुविधा का दायरा बढ़ाना चाहिए।


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अजय अग्रवाल, अध्यक्ष, दिल्ली होटल महासंघ
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