जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह छाए घने कोहरे ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर विमानों के उड़ान की रफ़्तार पर ब्रेक लगा दिया। कोहरे की घनी चादर के कारण रनवे पर विजिबिलिटी गिरकर 50 मीटर के नीचे पहुंच गई, जिसके चलते हवाई अड्डे पर परिचालन पूरी तरह चरमरा गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आइजीआइ पर लगे उन्नत एआई तकनीक कैट-III लागू होने के बावजूद सुरक्षा कारणों से कुल 128 उड़ानें रद करनी पड़ीं, इन 128 उड़ानों में 64 प्रस्थान और 64 आगमन की उड़ाने शामिल हैं। वहीं, 300 से अधिक विमानों ने अपने निर्धारित समय से करीब आधे घंटे से लेकर 4 घंटों की देरी से उड़ान भरी। देर होने वाली उड़ानों में 65 प्रतिशत उड़ानें डिपार्चर की थी। इस संकट के कारण हजारों यात्री घंटों तक टर्मिनल पर फंसे रहे।
एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार सुबह के वक्त रनवे विजुअल रेंज 50 से 125 मीटर के बीच झूलती रही, जिससे विमानों का उतरना और उड़ान भरना काफी मुस्किल हो गया। दिल्ली आने वाली 8 उड़ानों को जयपुर, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे शहरों की ओर डायवर्ट करना पड़ा।
इसमें गोवा से दिल्ली आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट को अचानक अहमदाबाद की ओर मोड़ दिया गया। एयरलाइंस के आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 65 प्रतिशत प्रस्थान उड़ानों पर इस मौसम का सीधा असर पड़ा। इंडिगो ने अकेले सोमवार को अपने नेटवर्क की 80 उड़ानें रद की है, जिनमें से आधी दिल्ली से संचालित होनी थीं।
हालांकि दोपहर तक कोहरा छंटने के साथ विजिबिलिटी में सुधार हुआ और यह 1000 मीटर तक पहुंच गई, लेकिन सुबह के व्यवधान का असर पूरे दिन के उड़ानों के शेड्यूल पर दिखाई दिया।
एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी रूप से सक्षम होने के बाद भी अत्यधिक कम दृश्यता में उड़ान जोखिम भरी होती है। सभी एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी कर उन्हें घर से निकलने से पहले फ्लाइट स्टेटस चेक करने की सलाह दी है।
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