deltin33 • 2025-12-29 10:57:31 • views 990
दुर्घटनाग्रस्त बाइक को देखते लोग। (फोटो जागरण)
जागरण संवाददाता, चासनाला (धनबाद)। सुदामडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत पाथरडीह सेवन डेज रेस्टोंरेंट के समीप झरिया - सिंदरी मुख्य सड़क मार्ग पर रविवार को हुए भीषण सड़क हादसे में दो युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
तेज रफ्तार स्पोर्ट्स बाइक सड़क किनारे खड़ी एक खाली ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि आसपास की दुकानों व घरों में मौजूद लोग दहशत में बाहर निकल आए। हादसे में बाइक सवार जियलगोरा सात नंबर दुर्गा मंदिर निवासी 22 वर्षीय जीतू कुमार पासवान व नुनूडीह एनबीसीसी कालोनी निवासी 23 वर्षीय रितेश मोदी की मौत हो गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घटना के बाद दोनों को गंभीर अवस्था में टेंपो से चासनाला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर सुदामडीह पुलिस मौके पर पहुंची व दुर्घटनाग्रस्त बाइक व ट्रक को जब्त कर लिया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
दो स्पोर्ट्स बाइक पर सवार युवक कर रहे थे रेसिंग
स्थानीय लोगों के अनुसार दो स्पोर्ट्स बाइक पर सवार चार युवक आपस में सिंदरी से झरिया की ओर रेस लगा रहे थे। तभी लहरिया कट तेज रफ्तार में जा रही रितेश की बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई व सड़क किनारे खड़ी ट्रक से जा भिड़ी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई व ट्रक का पीछे का लोहे का एंगल भी टेढ़ा हो गया। लोगों ने कहा कि प्रतिदिन सड़क किनारे बड़े वाहन खड़े रहते हैं। जिससे आए दिन दुर्घटना होते रहती है।
सूचना मिलने पर सुदामडीह पुलिस मौके पर पहुंची व दुर्घटनाग्रस्त बाइक व ट्रक को जब्त कर लिया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
दोनों घरों में पसरा मातम
घटना की सूचना मिलते ही दोनों युवकों के परिजन अस्पताल पहुंचे। वहां का दृश्य बेहद मार्मिक था। रितेश मोदी के पिता सेवानिवृत्त बीसीसीएल कर्मी सुभाष मोदी ने बताया कि उनका बेटा रितेश रांची में रहकर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। कुछ दिन पहले ही घर आया था।
रविवार सुबह नाश्ता कर घर से बाइक से निकला था। लेकिन फिर लौटकर नहीं आया। रितेश की मां निरुपा देवी, बड़ा भाई सूरज, छोटी बहन कुसुम का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं जीतू पासवान के परिजनों पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक जीतू दो भाई में बड़ा था। पिता मुन्नीलाल पासवान ठेका मजदूर का कार्य करते है।
हेलमेट नही पहने थे रितेश व जीतू
रितेश व जीतू दोनों बिना हेलमेट पहने स्पोर्ट्स बाइक से तेज़ रफ्तार में जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यदि दोनों ने हेलमेट पहन रखा होता तो संभवत उनकी जान बच सकती थी। हादसा इतना भयावह था कि रितेश के दोनों कंधे व बायां हाथ टूट गया।
इसके अलावा बाई आंख के ऊपर ललाट में लोहे का टुकड़ा घुस गया। जिससे गंभीर चोट आई। दांत टूट गए, कान व नाक से अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं जीतू के सिर व शरीर के अंदरूनी हिस्सों में गंभीर चोटें आईं।
नाक व मुंह से लगातार खून बहने के कारण उसने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे की भयावहता से आसपास के लोग स्तब्ध रह गए। वहीं इस दर्दनाक हादसे के बाद नुनूडीह, जियलगोरा व आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है।
लोगों ने तेज रफ्तार व सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है। यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि तेज रफ्तार व लापरवाही मौत को न्योता देती है। |
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