रेल अधिकारियों ने न्यू मनौरी से बिहार के न्यू दुर्गावती खंड का व्यापक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली)। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के प्रबंध निदेशक ने प्रयागराज और डीडीयू में माघ मेला की तैयारियों से पूर्व महत्वपूर्ण खंडों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आगामी माघ मेला के लिए रेल परिचालन को मजबूत करने के लिए सक्रिय कदम उठाए। उन्होंने न्यू मनौरी से बिहार के न्यू दुर्गावती खंड का व्यापक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रेल कार से निरीक्षण करते हुए प्रयागराज और डीडीयू इकाइयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस यात्रा ने मौसमी घने कोहरे और मेला के दौरान भारी यात्री आवक के बीच तैयारियों पर जोर दिया। माघ मेला भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसमें लाखों भक्तों की भीड़ जुटती है, जिससे स्थानीय परिवहन नेटवर्क, विशेष रूप से रेलवे पर दबाव बढ़ता है।
प्रबंध निदेशक ने फ्रेट दक्षता को यात्री आवश्यकताओं के साथ संतुलित करने के लिए कड़े प्रोटोकॉल पर जोर दिया, जो रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुरूप है। प्रयागराज और डीडीयू के मुख्य महाप्रबंधकों तथा ईडीएफसी के एजीएम ओपी और बीडी के साथ चर्चाओं में ट्रेन परिचालन, रखरखाव और कम दृश्यता स्थितियों में सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया।
टीम ने पुलों, चल रही रखरखाव प्रक्रियाओं और संभावित कमजोरियों का मंत्रणालय किया। वर्तमान मानकों की सराहना करते हुए प्रबंध निदेशक ने कोहरे से संबंधित जोखिमों को कम करने के लिए बढ़ी हुई सतर्कता, बेहतर स्टेशन संचार और स्टाफ की सजगता पर जोर दिया। उत्तर मध्य रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक में मेला के दौरान सहज समर्थन सुनिश्चित किया गया।
फ्रेट ट्रेन परिचालनों को बढ़ाने की रणनीतियों पर चर्चा की गई और सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच स्थापनों की संभावनाओं का पता लगाया गया। कवच एजेंसी के साथ प्रगति विश्लेषण के लिए बैठक भी आयोजित की गई। डीएफसीसीआईएल विश्वसनीय और अनुकूलनीय सेवाओं के प्रति प्रतिबद्ध रहता है।
इस निरीक्षण में प्रबंध निदेशक ईडी संदेश श्रीवास्तव, जीजीएम एएस तोमर, जीएम अखिलेश श्रीवास्तव, सीजीएम अतुल कुमार और एबी सरन, जीएम सिक्योरिटी आशीष मिश्रा, शशिकांत द्विवेदी और मन्नू प्रकाश दुबे शामिल रहे।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि माघ मेला के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी आवश्यक उपाय करें ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे की जिम्मेदारी है कि वह इस बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान सभी यात्रियों को सुरक्षित और समय पर गंतव्य तक पहुंचाए।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के प्रबंध निदेशक ने माघ मेला की तैयारियों को लेकर जो कदम उठाए हैं, वे न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि रेलवे की कार्यक्षमता को भी बढ़ाने में सहायक होंगे। इस प्रकार की सक्रियता से यह सुनिश्चित होगा कि माघ मेला का आयोजन सफलतापूर्वक हो सके और सभी भक्तों को एक सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्राप्त हो। |