बैठक में शामिल तालाब बचाओ अभियान के सदस्य। जागरण
संवाद सहयोगी, दरभंगा । बिहार के दरभंगा शहर के हृदय में अवस्थित सैकड़ों एकड़ में फैले सदा पानी से लबालब रहने वाले मोइन पोखर की जमाबंदी रद कर दी गई है। इससे शहर में रहने वाले लाखों लोगों को प्राकृतिक जल उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही इसे बेचकर करोड़ों की उगाही करने वाले भूमाफियाओं के सीने पर सांप लोटेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिला प्रशासन इसके लिए धन्यवाद का पात्र हैलेकिन जल एवं पर्यावरण कार्यकर्ताओं की सुरक्षा में शिथिल है। यह चिंता का विषय है। तालाबों को कर बेचने वाले माफियाओं की आंख में आंख डालकर मुकाबला करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ता तासीम नवाब को तालाब बचाओ अभियान का जिला संयोजक चुन लिया गया।
मंगलवार को दिग्गी पश्चिम स्थित मैथिली साहित्य परिषद मुख्यालय में अभियान की डा. आरबी खेतान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में धन्यवाद और चिंता एक साथ व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने अभियान को नई धार देने का संकल्प लिया गया।
जल और पर्यावरण कार्यकर्ता की जान और मार की सुरक्षा के लिए प्रशासन से अनुरोध करते हुए कहा गया कि 10 जनवरी 2024 को रात में मो. तसीम नवाब के ऊपर भूमाफियाओं ने जानलेवा किया था। लेकिन अपराधियों पर आज तक कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं हुई है।
हाल ही में जय शंकर प्रसाद गुप्ता, जो रायसाहब पोखर को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, को जान से मारने की धमकी दी रही है ।लेकिन प्रशासन मौन है तालाब के अतिक्रमणकारियों पर नगर निगम के सेक्शन 261 के तहत दंडात्मक कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन से अनुरोध किया गया था।
सेक्शन 261 ‘क्षतिकर्ता क्षतिपूर्ति करे (पोल्लुटर्स टू पे)’ के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका उपयोग जल और पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। लेकिन उस कानून का उपयोग करने में शासन शिथिल है।
शहर के मिरग्यास चक मस्जिद के पीछे और उसके सामने के जलाशय,तालाब, मिल्लत कालेज के पास नूर मस्जिद के सामने के तालाब, उर्दू बाजार में मध्य विद्यालय के दक्षिण के तालाब, उर्दू कब्रिस्तान के दक्षिण और पश्चिम में स्थित तालाब एवं गामी पोखर को भर कर बेचा जा रहा है।
प्रशासन मौन धारे हुए हैं। भू माफिया पर कार्रवाई से प्रशासन क्यों बच रहा है। कुछ भरे गए तालाब में मकान भी बन रहा है।नगर निगम फिर भी मौन है। बैठक में जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया गया कि जिला स्तर पर एक ‘ जलाशय प्रकोष्ठ ’ का गठन हो जो सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता को उचित और आवश्यक सहयोग दे।
वर्तमान समय में सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता को कई कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता है, जो जन-भागीदारी को निरुत्साहित और परेशान करता है। तालाब बचाओ अभियान के कार्यक्रम को और सक्रिय और सघन रूप से चलाने के लिए मो. तसिम नवाब का जिला के संयोजक के रूप में सर्वसम्मति से चयन किया गया।
चयन पर धन्यवाद देते हुए यासीम नवाब ने कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने मोइन पोखर की जमाबंदी रद कर पर्यावरण को बचाने का एक कदम जरूर उठाया है। बैठक को प्रो. विद्य नाथ झा, इंदिरा कुमारी, अजित कुमार मिश्र, प्रकाश बंधू, जय शंकर प्रसाद गुप्ता, डा. विजय, सुभाष झा और नारायण जी चौधरी आदि ने भी संबोधित किया। |