शहरी क्षेत्रों में भूमि सर्वेक्षण के कार्य में जुटी टीम।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। हरियाणा सरकार की ओर से डिजिटल इंडिया भूमि आधुनिकीकरण कार्यक्रम के तहत शहरी क्षेत्रों में भूमि सर्वेक्षण के लिए शुरू किए गए \“राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित शहरी आवास भूमि सर्वेक्षण (नक्शा)\“ कार्यक्रम को लेकर पंचकूला में गंभीर चिंताएं सामने आई हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नगर निगम पंचकूला द्वारा सर्वेक्षण टीमें गठित कर उनकी सूची शहरी स्थानीय निकायों के महानिदेशक को भेजी गई थी, लेकिन इसमें शामिल कर्मचारियों के ईमेल पते निजी बताए जाने पर सिटीजंस वेलफेयर एसोसिएशन ने सवाल उठाए हैं। इससे दुरुपयोग, धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और मुकदमेबाजी जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
एसोसिएशन ने कहा है कि सर्वेक्षण से जुड़े कर्मचारियों के व्यक्तिगत ईमेल पतों पर दस्तावेज़ अपलोड कराना बेहद जोखिमपूर्ण है और इससे डेटा-चोरी की संभावना बढ़ जाएगी। एसोसिएशन के अनुसार, यदि नागरिक अपने निजी दस्तावेज निजी ईमेल खातों पर भेजेंगे तो यह सरकारी रिकॉर्ड की सुरक्षा और गोपनीयता के लिए बड़ा खतरा होगा।
एसोसिएशन ने कहा कि सर्वेक्षण में शामिल कर्मचारी हजारों लोगों के निजी दस्तावेजों के अनधिकृत संरक्षक बन जाएंगे, जिनमें बड़ी संख्या ऐसे वरिष्ठ नागरिकों की है जिन्हें डिजिटल जानकारी कम है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एचएसवीपी अपने जूनियर इंजीनियरों से डेटा एकत्र करने की जिम्मेदारी से बच रहा है, क्योंकि यह मेहनत वाला काम है। एसोसिएशन का कहना है कि विभाग को केवल उन्हीं दस्तावेजों की मांग करनी चाहिए जो उसके रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं हैं।
एसोसिएशन ने सुझाव दिया कि नगर निगम पंचकूला निवासियों की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए दस्तावेज़ अपलोड करने के लिए केवल एक आधिकारिक ईमेल पता जारी करे। किसी भी कर्मचारी के व्यक्तिगत ईमेल को सार्वजनिक करना पूरी तरह अस्वीकार्य बताया गया है।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों अध्यक्ष एसके नैय्यर, महासचिव सुनील जैन, सचिव केआर कोहली, प्रेस सचिव तरसेम गर्ग और सेक्टर 12 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष कर्नल एसके दत्ता ने नगर आयुक्त, उप-नगर-आयुक्त, संयुक्त नगर-आयुक्त तथा कार्यकारी अभियंता, मंडल-2 से इस संबंध में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। |