जागरण संवाददाता, आजमगढ़। फर्जी पुलिस बनकर लोगों के साथ ठगी करने वाले दो अंतरजनपदीय अपराधियों को जहानागंज और साइबर थाने की पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आजमगढ़ रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए दोनो अपराधी तरवां और जहानागंज में दर्ज मुकदमें के पीड़ित लोगों को फोन करने के बाद उनसे नगद पैसा लेने आजमगढ़ आए थे।
गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस को दो मोबाइल फोन, पुलिस इंस्पेक्टर का एक फर्जी परिचय पत्र, चार फर्जी आधार कार्ड, एयरटेल का दो टूटा सिम और जियो का एक टूटा सिम बरामद हुआ है। गिरफ्तार अपराधी मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के निवासी हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गिरफ्तार किए गए अपराधी यूपीकाप एप से एफआइआर डाउनलोड करके उसे गूगल या निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से ग्रामप्रधान का नंबर लेकर पीड़ित व्यक्ति का मोबाइल नंबर प्राप्त करते थे। इसके बाद पीड़ित को फोन करके मुकदमें में मदद या गिरफ्तारी का भय दिखाकर उनको अलग-अलग क्यूआर कोड भेजकर पैसा मंगाते थे।
यूपी के साथ ही तमिलनाडु, दिल्ली, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के थानों में दर्ज मुकदमें को यूपीकाप एप से डाउनलोड करके 38 लोगों से करीब सवा करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं।
तरवां और जहानागंज में दर्ज मुकदमों के पीड़ितों से रुपये लेने आए गिरफ्तार अपराधियों के बारे में पत्रकारों से बातचीत में एएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 नवंबर को मेंहनगर निवासी सविता को मेंहनगर थाने का सिपाही रंजीत बनकर अपराधी ने फोन करके बताया कि आपकी लड़की मिल गई है, उसे लेने जा रहा हूं।
क्यूआर कोड भेज रहा हूं, उस पर 24 हजार रुपये भेज दो। इसके बाद पीड़िता ने किसी तरह 22 हजार की व्यवस्था करके क्यूआर कोड पर भेज दिया। इसके बाद अपराधी का मोबाइल बंद हो गया। जब लड़की के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली तो पीड़िता ने थक-हारकर 25 नवंबर को जहानागंज थाने में तहरीर देकर दर्ज कराया।
तहरीर में सविता देवी ने पुलिस को बताया कि मोबाइल नंबर-9203117942 से फोन करके किसी ने अपने को मेंहनगर थाने का सिपाही बताकर 22 हजार रुपये क्यूआर कोड के माध्यम से लिया है।
इसके बाद पुलिस ने विवेचना शुरू की और मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया। जहानागंज और साइबर थाने की पुलिस को सर्विंलांस से सोमवार की देर रात सूचना मिली कि अपराधी आजमगढ़ रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर के पास खंड़े हैं। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में जहानागंज थानाध्यक्ष अतुल कुमार मिश्रा, उप निरीक्षक विनय कुमार, कांस्टेबल शिवम चौधरी, हरेंद्र सिंह, साइबर थाने के उप निरीक्षक सागर कुमार रंगू, हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश जायसवाल, मुकेश भारती, आरक्षी राहुल सिंह, सत्येंद्र यादव, श्याम कुमार साहनी शामिल रहे।
आजमगढ़ में ही बना था पुलिस का फर्जी परिचय पत्र
यूपीकाप एप के माध्यम से थानों में दर्ज मुकदमों को डाउनलोड करके पीड़ितों को मदद या गिरफ्तारी का भय दिखाकर उनसे ठगी करने वाले गिरफ्तार अपराधियों का पुलिस इंस्पेक्टर का बना फर्जी परिचय पत्र भी आजमगढ़ में ही कहीं बनाया गया था। पुलिस अब ऐसे लोगों की तलाश में भी जुट गई है जो फर्जी परिचय पत्र बना रहे हैं। परिचय पत्र पर वर्दी की फोटो भी है।
कमीशन का लालच देकर मंगाता था दूसरे लोगों का क्यूआर कोड
यूपीकाप एप के माध्यम से थानों में दर्ज मुकदमों को डाउनलोड करके पीड़ितों को मदद या गिरफ्तारी का भय दिखाकर उनसे ठगी करने वाले गिरफ्तार अपराधी अपने संपर्क के लोगों को कमीशन का लालच देकर उनका क्यूआर कोड मंगाते थे और पैसा आने के बाद उनको कमीशन देकर बाकी रकम अपने पास रख लेते थे।
गिरफ्तार अपराधियों का विवरण
1. अंकित यादव पुत्र स्व. धर्मजीत यादव निवासी भरई, थाना लेधौरा, टीकमगढ़, मध्यप्रदेश
2. दीनदयाल यादव पुत्र भैयालाल यादव निवासी कनेरा बरियन थाना बम्हौरी कला, टीकमगढ़, मध्यप्रदेश |