ई केवाईसी मामले में प्रदेश में चौथे स्थान पर श्रावस्ती, गोंडा सबसे फिसड्डी।
संसू, जागरण गोंडा। मुफ्त खाद्यान्न ले रहे लाभार्थियों के सत्यापन में देवीपाटन मंडल के श्रावस्ती जिले ने प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया है जबकि देवीपाटन मंडल मुख्यालय गोंडा अपने ही तीनों जिलों से पिछड़कर फिसड्डी बन गया है।
फिलहाल पूरे मंडल में छह लाख लाभार्थी बचे हैं, जिनका नाम ई-केवाईसी न कराने के कारण लाभार्थियों की सूची से कभी भी कट सकता है।
जिले में 25 लाख 25 हजार से अधिक लोग हर माह पूर्ति विभाग की सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लाभ लेकर 1400 कोटेदारों के माध्यम से मुफ्त खाद्यान्न प्राप्त कर रहे हैं।
2024 अगस्त से ही ई केवाईसी का अभियान चल रहा है लेकिन अब भी सवा दो लाख से अधिक लाभार्थियों ने ई केवाईसी नहीं कराई है, जबकि पिछले अक्टूबर माह से ही पूर्ति विभाग ने इन सभी का राशन रोक दिया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तभी जिले में जिला पूर्ति अधिकारी कुंवर दिनेश प्रताप सिंह की लापरवाही के चलते इसकी गति नहीं बढ़ पाई जबकि देवीपाटन मंडल के अन्य तीनों जिलों में अधिकारियों की रुचि के चलते बेहतर कार्य हुआ। श्रावस्ती जैसा छोटा भी प्रदेश में चौथे स्थान पर पहुंच गया।
मंडल जिला कुल लाभार्थी हुई ई-केवाईसी बाकी बचे लाभार्थी प्रदेश में रैंकिंग
देवीपाटन
श्रावस्ती
8,75,409
93.34%
0.58 लाख
चौथा
बहराइच
25,45,353
93.11%
1.75 लाख
छठवां
बलरामपुर
15,83,010
90.76%
1.46 लाख
56वां
गोंडा
25,25,15
90.67%
2.35 लाख
57वां
क्या कहते हैं अधिकारी
देवीपाटन मंडल में खाद्यान्न लाभार्थियों के सत्यापन के लिए चल रहे अभियान ई केवाईसी में श्रावस्ती ने सबसे अच्छा कार्य कर प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया है जबकि मंडल मुख्यालय गोंडा मंडल से सबसे पीछे है। मंडल में करीब छह लाख लोग बच गए हैं,जिनकी ई केवाईसी नही हो पाई है। इन्हें इस बार भी राशन नहीं मिलेगा,साथ ही कभी भी इनका नाम लाभार्थियों की सूची काटा जा सकता है। -विजय प्रभा, उपायुक्त खाद्य एवं रसद। |