किसानों को मुआवजा नहीं मिलने पर आप ने भाजपा सरकार को घेरा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया इंचार्ज अनुराग ढांडा ने कहा कि हरियाणा के किसान सबसे बड़ी आपदा और सत्ता की सबसे बड़ी लापरवाही के बीच पिस रहे हैं। 2025 की बाढ़ में 5.37 लाख किसानों की 31 लाख एकड़ फसल तबाह हो गई, लेकिन भाजपा सरकार ने न राहत दी, न मुआवजा दिया, न जमीनी जांच की। सिर्फ पोर्टल की नौटंकी कर अधिकारी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अनुराग ढांडा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने 30 नवंबर तक मुआवजा देने का वादा किया था। दिसंबर आ गया, लेकिन किसानों के खाते में एक पैसा नहीं पहुंचाहै। आठ जिलों में गिरदावरी अधूरी पड़ी है और सबसे प्रभावित फतेहाबाद में 50-60 करोड़ रुपये के मुआवजे की फाइलें अटकी हुई हैं।
यह किसानों के साथ विश्वासघात है। उन्होंने इसके उलट पंजाब की आप सरकार का उदाहरण दिया। अनुराग ढांडा ने कहा कि सिर्फ 30 दिनों में 20 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहां 2,508 गांवों की 3.5 लाख एकड़ बर्बाद फसल को कवर करते हुए प्रभावित किसानों की मदद की गई है।
आप नेता ने कहा कि सरकारों की नीयत साफ हो तो राहत भी समय पर पहुंचती है। हरियाणा की बीजेपी सरकार में इसी नीयत की कमी दिखाई देती है और किसान इसकी कीमत चुका रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजे की घोषणा कर किसानों के जख्मों को गहरा किया है, जबकि नुकसान इससे कहीं ज्यादा हुआ है।
हरियाणा का किसान अब भी सरकारी दफ्तरों की सीढ़ियां घिस-घिसकर थक चुका है। एमएसपी पर धोखा अलग और खाद की कालाबाजारी से किसान की कमर टूट चुकी है। 1,350 रुपये का खाद का कट्टा 2,000 रुपये में बिक रहा है, मगर सरकार आंखें बंद किए बैठी है। |