जागरण संवाददाता, झांसी। शिवपुरी जिले में नाबालिग बालिका से जुड़े जघन्य अपराध के मामले में करैरा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया है। यह मामला अपराध क्रमांक 762/25 का है, जिसने क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घटना की शुरुआत 29 अक्टूबर 2025 को हुई, जब फरियादी थाना करैरा पहुँचा और अपनी 13 वर्षीय बेटी के 28 अक्टूबर को घर से बिना बताए कहीं चले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल अपराध क्रमांक 762/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर जाँच शुरू की।
लगातार दबिश और पतारसी के बाद करैरा पुलिस ने 4 नवंबर 2025 को अपहृत बालिका को दस्तयाब कर लिया। बालिका के कथनों ने पूरे मामले को झकझोर कर रख दिया। उसके बयान के आधार पर प्रकरण में धारा 64(2)(एम) बीएनएस तथा 5 एल, 6 पाक्सो अधिनियम को जोड़ा गया, जिससे अपराध की भयावहता साफ सामने आई।
आज 4 दिसंबर 2025 को मुखबिर से मिली सटीक सूचना पर पुलिस ने मुख्य आरोपी नरेन्द्र रावत पुत्र हाकिम रावत, उम्र 31 वर्ष, निवासी ग्राम डोंगरपुर चौकी मगरौनी थाना नरवर, को ग्राम डोंगरपुर से विधिवत गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को हिरासत में लेकर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
इधर, एक अन्य संबंधित मामले में भी पुलिस ने तत्परता दिखाई। नाबालिग बालिका के जिला अस्पताल शिवपुरी से बिना बताए चले जाने पर कोतवाली थाना में अपराध क्रमांक 737/25 दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक शिवपुरीअमन सिंह राठौड़ के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव मुले एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री संजय चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित की गई।
कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ के नेतृत्व में टीम ने शहर भर के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, आसपास के लोगों से पूछताछ की और महज 12 घण्टे के भीतर अपहृत बालिका को सुरक्षित दस्तयाब कर लिया। ऑपरेशन मुस्कान के तहत बच्ची को माता-पिता के सुपुर्द किया गया, जिसे देखकर उनके चेहरों पर राहत और मुस्कान लौट आई। |