आपरेशन सफल होने के बाद अनिल राणा के साथ राजकीय दून मेडिकल कालेज के नेत्र विभाग के डा. सुशील ओझा।
जागरण संवाददाता, देहरादून: आस्ट्रेलिया में अपना व्यापार कर रहे अनिल राणा ने राजकीय दून मेडिकल कालेज अस्पताल में मोतियाबिंद का आपरेरशन कराया। उन्होंने यहां की सुविधाओं को सराहा। उधर, प्राचार्या डा. गीता जैन, चिकित्सा अधीक्षक डा. आरएस बिष्ट ने उनका आपरेरशन करने वाली टीम को बधाई दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मूल रूप से चमोली के माणा गांव निवासी 51 वर्षीय आस्ट्रेलियन नागरिक अनिल राणा के दायीं आंख में मोतियाबिंद की शिकायत थी।
उन्होंने देहरादून में अस्पताल के बारे में पता किया। इंटरनेट मीडिया पर व दोस्तों की सलाह पर दो दिसंबर को राजकीय दून मेडिकल कालेज के नेत्र विभाग के डा. सुशील ओझा से जांच कराई। जरूरी जांच के बाद शुगर डायबीटीज मेलिटस बीमारी का पता चला।
शुगर के लिए सीनियर फिजीशियन डा. केसी पंत ने दवा शुरू की। इसके बाद पांच दिसंबर को उनका आपरेशन किया गया। उन्होंने बताया कि बायीं आंख का आपरेशन उन्होंने आस्ट्रेलिया में कराया था, इससे भी कम समस्या यहां आई। निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. अजय आर्य ने आपरेशन करने वाली टीम को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में दून मेडिकल कालेज अस्पताल को सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा। प्राचार्या डा. गीता जैन ने बताया की नेत्र रोग विभाग को अपग्रेड किया जा रहा है।
सर्जरी करने वाली टीम में डा. सुशील ओझा के अलावा डा. नीरज सारस्वत, डा. दिव्या खंडूड़ी, डा. इशा नेगी, डा. वंशिका ब्रदर, शैलेश राणा, वाणी आदि शामिल रहे।
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