जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सराय रोहिल्ला और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दो महिलाओं के बैग से एक करोड़ मूल्य के जेवरात व नकदी चोरी करने के मामले में शामिल पांच महिलाओं को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक वारदात को गुजरात-दिल्ली अंतरराज्यीय गिरोह और दूसरी वारदात को आनंद पर्वत, दिल्ली गिरोह की महिलाओं ने अंजाम दिया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ये लोग लिफ्ट और एस्केलेटर पर महिलाओं को निशाना बनाती थीं। महिला यात्रियों के बैग से ज्वेलरी और कीमती सामान चोरी कर फरार हो जाती थी। गिरफ्तार महिलाओं में एक आदतन अपराधी है उसपर पहले के 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दोनों मामले में पुलिस ने सौ प्रतिशत सामान बरामद कर ली है। पुलिस ने करीब 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरोें के फुटेज की जांच की। इसके अलावा दूसरी टेक्निकल और ह्यूमन इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया। इसके बाद पुलिस को सफलता मिली।
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक पहले मामले में पलिताना, भावनगर (गुजरात) की महिलाएं शामिल हैं जो दिल्ली आकर किराए पर रहकर आपराधिक वारदात को अंजाम देती थी और पुलिस सर्विलांस से बचने के लिए अक्सर जगह बदलती रहती थीं। एसीपी संजय भारद्वाज व सराय रोहिल्ला रेलवे थाने के इंस्पेक्टर ललित ने अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य शीतल उर्फ अनु को गिरफ्तार किया।
गिरोह की महिलाएं यात्रिओं के हैंडबैग को चुपचाप खोलकर चोरी कर लेती थी। सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच और तकनीकी जांच के बाद पुलिस टीम ने 70 लाख की ज्वेलरी और घड़ियां बरामद कर कर ली। गिरोह की महिलाएं लिफ्ट में पर्स लेकर आने वाली महिला यात्रियों की पहचान कर उन्हें शिकार बनाती थी।
एक महिला ध्यान भटकाती थी और दूसरी चुपके से बैग खोल कर नकदी व जेवरात चोरी कर लेती थी। चोरी के पाउच ये लाेग शाल या सिली हुई जेबों के नीचे छिपाकर फरार हो जाती थी। हर चोरी की वारदात के बाद, ये लोग दिल्ली में किराए के कमरे बदल लेती थी या कुछ समय के लिए वापस गुजरात चली जाती थी।
दूसरे मामले में दिल्ली की रहने वाली महिलाओं की गिरोह एस्केलेटर का इस्तेमाल करने वाली यात्रियों को शिकार बनाती थी। ये सभी फरीदपुरी कैंप, आनंद पर्वत एरिया में रहकर वारदात को अंजाम देती थी।
एसीपी राकेश कुमार व इंस्पेक्टर विश्वनाथ पासवान के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आनंद पर्वत-फरीदपुरी कैंप क्लस्टर से चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह की महिलाएं, खासकर बुजुर्ग यात्रियों को उस समय निशाना बनाती थी जब वे एस्केलेटर का इस्तेमाल कर रही होती हैं। कई सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद पुलिस ने 30 लाख कीमत के सोने, हीरे और चांदी के गहने बरामद कर लिए।
ये महिलाएं एस्केलेटर पर गहनों के बैग ले जाने वाले यात्रियों को टारगेट करती थी। ज़्यादा कीमत वाले टारगेट को पहचानने के लिए, वे महिला पैसेंजर की बाडी लैंग्वेज पढ़ती थी और जो पर्स को शरीर के बहुत पास रखती थी और नियमित रूप से बैग पर नजर रखती हैं। इनमें लक्ष्मी नाम की महिला पर पहले के चोरी के 13 मामले दर्ज हैं।
यात्रियों के लिए सलाह
- लिफ्ट और एस्केलेटर का इस्तेमाल करते समय अलर्ट रहें, क्योंकि चोर अक्सर इन तंग जगहों का फायदा उठाते हैं।
- हैंडबैग, ज्वेलरी पाउच और पर्स को हमेशा ज़िप लगाकर और सुरक्षित रखें, भीड़ वाली जगहों पर अध्यधिक सर्तकता बरतें।
- एस्केलेटर या लिफ्ट में हैंडबैग अपनी पीठ के पीछे रखने से बचें; उन्हें सामने और अपनी सीधी निगरानी में रखें।
- बहुत पास खड़े अजनबियों या बेवजह बातचीत करने या पास आने की कोशिश करने वालों से सावधान रहें।
- किसी भी संदिग्ध हरकत की तुरंत प्लेटफॉर्म और स्टेशन परिसर में तैनात रेलवे पुलिस कर्मियों को रिपोर्ट करें।
- स्टेशनों के अंदर सीसीटीवी से ढके रास्तों का इस्तेमाल करें और जब भी हो सके, सुनसान या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- ज्यादा ज्वेलरी या कैश खुले में न रखें; अगर ज़रूरी हो, तो उसे छिपाकर और ठीक से सुरक्षित रखें।
- इमरजेंसी या चोरी का शक होने पर रेलवे पुलिस हेल्प डेस्क से मदद लें या 112 नंबर पर तुरंत काल कर सूचना दें। रेलवे यूनिट, खासकर महिला यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार है।
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