संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा के नेतृत्व में आज गोदौलिया से लेकर गंगा घाट तक पैदल फुट पेट्रोलिंग का आयोजन किया गया। इस दौरान घाटों पर उपस्थित संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान के लिए उनके आईडी प्रूफ की जाँच की गई। उन्होंने बताया कि वाराणसी कमिश्नरेट द्वारा निरंतर “फूड पेट्रोलिंग” के माध्यम से आम जनता को सुरक्षा प्रदान करने और अपराधियों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पेट्रोलिंग के दौरान सड़क पर हुए अतिक्रमण को हटाया गया और दशाश्वमेध घाट का निरीक्षण किया गया। आवश्यक सुधारों के संबंध में उन्होंने कहा कि घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षा के लिए जवान तैनात किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मीणा ने बताया कि संदिग्ध लगने वाले व्यक्तियों की जाँच की गई और उनके आईडी प्रूफ देखे गए, साथ ही आवश्यक पुलिस कार्रवाई भी की जा रही है।
गंगा आरती के समय बड़ी भीड़ जमा होती है, इसलिए जल पुलिस, एनडीआरएफ और नियमित पुलिस बल को भी तैनात किया गया है, ताकि भीड़ में किसी को भी दिक्कत न हो और सभी परिवार सहित आरती देख सकें। सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए घाटों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और रात के समय अतिरिक्त प्रकाश व्यवस्था स्थापित करने की योजना बनाई गई है।
इस अवसर पर एडीसीपी सरवणन टी., एसीपी दशाश्वमेध डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी और थाना प्रभारी भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इस प्रकार की पेट्रोलिंग से न केवल सुरक्षा व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि आम जनता में भी विश्वास बढ़ेगा। पुलिस प्रशासन का यह प्रयास दर्शाता है कि वे नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। इस तरह की गतिविधियों से वाराणसी में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाए रखने में मदद मिलेगी। सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। इस प्रकार की सामूहिक सुरक्षा व्यवस्था से वाराणसी की संस्कृति और धार्मिकता को सुरक्षित रखने में सहायता मिलेगी। |