इलियास का फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, जागरण बिजनौर। अभी दुल्हन के हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी थी कि निकाह के 8 दिन बाद ही उसका सुहाग उजड़ गया। अचानक दूल्हे के सीने में दर्द उठा और चिकित्सक के पास पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे परिवार में कोहराम मच गया, वहीं दुल्हन बेसुध हो गई है। देर शाम गमगीन माहौल में दूल्हे के शव का दफीना कर दिया गया। नगर के मुहल्ला सरायरफी स्थित फीना बस्ती निवासी मुन्नू का 22 वर्षीय पुत्र इलियास दिल्ली में रहकर दर्जी का काम करता था।
कुछ माह पूर्व ही वह यहां लौटा था और दर्जी का काम यहीं शुरू कर दिया। कुछ दिनों पूर्व का उसका निकाह पड़ोस में ही रहने वाले अकबर अली की 21 वर्षीय बेटी नजराना से तय हुआ था। 27 नवंबर को खुशी-खुशी निकाह की रस्म हुईं।
दोनों घर आसपास होने के चलते दूल्हा-दुल्हन के स्वजन भी निकाह का जश्न मनाते रहे। आना जाना भी जमकर होता रहा, लेकिन किसी को क्या पता था कि शादी के कुछ दिन बाद ही इतनी बड़ी अनहोनी होने वाली है।
स्वजन के मुताबिक इलियास गुरुवार सुबह सोकर उठा। उसके बाद उसने नाश्ता भी किया, लेकिन 10ः30 बजे अचानक उसके सीने में तेज दर्द उठा और वह अचेत होकर नीचे गिर गया। जिसे देख स्वजन के होश उड़ गए। वह उसे तत्काल धनौरा रोड पर एक निजी चिकित्सक के पास ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इससे स्वजन में कोहराम मच गया।
जैसे ही इसका पता दुल्हन नजराना को लगा तो वह बेसुध हो गई। सात दिन में ही दुल्हे की मौत की खबर मिलते ही मुहल्ले में भी शोक की लहर दौड़ गई।
गुरुवार शाम को गमगीन माहौल में शव को दफना दिया गया। स्वजन का कहना है कि चिकित्सक ने इलियास की मौत का कारण हार्ट अटैक होना बताया है।
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