ठंड में ठिठुर रहे स्कूली बच्चे
संवाद सूत्र, महागामा (गोड्डा)। आठ माह गुजर जाने के बावजूद विभाग की ओर से अब तक स्कूली बच्चों को पोशाक मद की राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस कारण महागामा प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चे पुराने ड्रेस पहन कर आते हैं। वहीं इन दिनों ठंड के मौसम में बच्चों को स्वेटर व जूता -मोजा भी नहीं मिल पाया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बच्चे बिना स्वेटर ही विद्यालय पहुंचने को विवश हैं। जबकि दिसंबर महीना शुरू हो गया है। तापमान लगातार लुढ़क रहा है। ठंड की वजह से अब लोगो को ठिठुरना पड रहा है। लेकिन जिले के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब तक स्वेटर नहीं मिल पाया है।
ठिठुरते हुए स्कूल जाने को विवश
जिसके कारण बच्चे कड़ाके की इस ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल जाने को विवश है। जिससे उन बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पढ़ने की संभावना है। चुकी आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और भी बढ़ेगा लेकिन बच्चों को स्वेटर कब मिलेगा यह बताने वाला कोई नहीं है। ऐसी स्थिति में ठंड बढ़ने के साथ साथ बच्चों की भी परेशानी बढ़ाने वाली है। इससे अभिभावकों को काफी परेशान हो रही हैं।
बुधवार को को राजकीयकृत उत्क्रमित उच्च विद्यालय डालावर में भी बच्चे ठंड से ठिठुरते दिखें। ठंड के बाबजूद अधिकतर बच्चे स्वेटर नहीं पहने थे। कक्षा एक व दो के बच्चों को विद्यालय प्रबंधन समिति की ओर से स्वेटर, पोशाक आदि क्रय कर देना है जबकि कक्षा 3 से 8 के बच्चों को स्वयं इसका क्रय करना है।
सरकारी विद्यालयों में कुल 38 हजार 429 बच्चे नामांकित
कक्षा एक या दो के बच्चों के लिए प्रबंधन समितियों को राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। यही वजह है कि प्रबंधन समितियां बच्चों को देने के लिए पोशाक स्वेटर आदि का क्रय नहीं कर पा रही है।
महागामा प्रखंड क्षेत्र के 171 सरकारी विद्यालयों में कुल 38 हजार 429 बच्चे नामांकित है। जिन्हें अब तक स्वेटर नहीं मिल पाया है। ऐसे में बच्चे पुराने स्कूल ड्रेस ही पहन रहे है। जबकि सरकार शिक्षा मद में पानी की तरह पैसा बहाती है लेकिन सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाएं बच्चों को उपलब्ध नहीं हो रही है।
मालूम हो कि प्रथम एवं पंचम वर्ग के बच्चों को दो सेट पोषक एक स्वेटर एवं जूता मोजा के लिए 600 रुपए दिया जाता है जिसमें 350 रुपए दो सेट पोशाक के लिए,100 रुपए जूता मोजा के लिए एवं 150 रुपए एक पीस स्वेटर के लिए दिया जाता है जबकि कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को इसी पोशाक के लिए 760 रुपए मिलते हैं। जिसमें 400 रुपए दो सेट पोशाक के लिए,160 जूता मौजा के लिए एवं 200 रुपया स्वेटर के लिए है। |