जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिले की एंटी-नारकोटिक्स सेल की टीम ने एक अंतरराज्यीय ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से कुल 51.5 किलो गांजा और कैश 1.2 लाख नकद और गांजा सप्लाई के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक कार जब्त की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान बुराड़ी के जितेंद्र उर्फ जीतू, स्वरूप नगर की सबिता देवी, पटना, बिहार के राम कुमार, संगम विहार के बृजपाल और वैशाली, बिहार के अरुण राय के रूप में हुई है। पुलिस इनसे पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है।
उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, 25 नवंबर को एक गुप्त जानकारी के आधार पर कमल विहार, बुराड़ी में छापा मारा गया जहां जितेंद्र अपने घर से गांजा बेचता हुआ मिला। उसके घर की तलाशी लेने पर, कुल 6.132 किला गांजा और 1.2 लाख नकद बरामद हुए।
10 हजार रुपये प्रति किला के हिसाब से खरीदता था गांजा
पूछताछ में उसने बताया कि वह अनिल, सबिता देवी और राम कुमार जैसे अलग-अलग लोगों से 10 हजार रुपये प्रति किला के हिसाब से गांजा खरीदता था। उसकी निशानदेही पर 26 नवंबर को स्वरूप नगर के जे-ब्लाक में छापेमारी करते हुए लेडी सप्लायर सबिता को 1.542 किला गांजा बरामद करते हुए गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह यूपी के बनारस में रहने वाले अपने जीजा अनिल से गांजा खरीदती थी।
इसके बाद एक दिसंबर की देर रात को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रेड की गई, लेकिन राम कुमार वहां से भागने में कामयाब रहा। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उसका पीछा किया और 25 किलोमीटर पीछा करने के बाद उसे बड़कल माल मेट्रो स्टेशन, फरीदाबाद से दबोच लिया।
वह अपने साथी बृजपाल को गांजा की खेप दे रहा था। रिसीवर बृजपाल को भी वहीं से एक कार के साथ पकड़ा गया। उनके पास से कुल 30.431 किलो गांजा बरामद किया गया।
नोएडा में किराए के घर में रहते थे आरोपी
पूछताछ में राम कुमार ने बताया कि वह और उसका साथी अरुण राय नोएडा में किराए के घर में रहते थे। वे पिछले एक साल से त्रिपुरा में अपने सोर्स से गांजे की खेप लाते थे और आगे दिल्ली और एनसीआर में अलग-अलग लोगों को सप्लाई करते थे। उसकी निशानदेही पर अरुण को भी दो दिसंबर को यूसुफपुर चक सहबेरी, नोएडा से दबोच लिया गया। तलाशी में कुल 13.433 किला गांजा बरामद हुआ। |