जागरण संवाददाता, बरेली। कोडीनयुक्त कफ सीरप की अवैध बिक्री का घोटाला पकड़ा गया। दवा फर्म एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन ने गाजियाबाद की कंपनी से सालभर में ही 97 लाख रुपये के सीरप खरीद की। उसके भंडारण व बिक्री के बाउचर तक नहीं बनाए गए। उस फर्म ने पीलीभीत में मैसर्स सूर्या मेडिकल स्टोर को भी 13 लाख का सीरप अवैध रूप से बेच दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बुधवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन के प्रोपराइटर राहुल सभरवाल और मैसर्स सूर्या मेडिकल स्टोर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। 20 और 21 नवंबर को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन, मैसर्स पवन फार्मास्युटिकल्स की जांच की थी।
उस समय कोडीन युक्त सीरप की बिक्री में गड़बड़ी नजर आई थी। अधिकारियों ने सभी फर्मों से दो वर्ष के क्रय-विक्रय के अभिलेख मांगे गए थे। संदेह के आधार पर दवाओं के पांच नमूने लेने के साथ ही कफ सीरप एवं अन्य प्रकार की एलोपैथिक दवाओं की जांच भी कराई गई। अब इस प्रकरण की जांच में औषधि निरीक्षक राजेश कुमार ने कप सीरप की बिक्री में 97 लाख की गड़बड़ी पकड़ी।
सहायक आयुक्त औषधि ने क्या बताया?
सहायक आयुक्त औषधि संदीप कुमार ने बताया कि एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन फर्म के प्रोपराइटर ने 62,687 बोतल रिलैक्सी टी कोडीन युक्त कफ सीरप 97 लाख रुपये की खरीदी थी। वह बिल नहीं दिखा सके। ऐसे ही मामले में पवन फार्मास्युटिकल्स की दो फर्मों की जांच चल रही है। इसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। बांग्लादेश तक जाती है कोडीन युक्त सिरप की खेप : कोडीन युक्त सीरप को बड़े पैमाने पर नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
इस काले धंधे में शामिल तमाम दवा विक्रेता चोरी-छिपे इन सीरप का अवैध भंडारण कराते हैं। बाद में इन्हें लखनऊ, कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश तक पहुंचाया जाता है। कई जगहों पर इसकी खेप बांग्लादेश जाती हुईं पकड़ी भी गईं हैं लेकिन ऊपर से लेकर नीचे तक संरक्षण में यह सीरप इधर से उधर अभी भी भेजा जा रहा है। इसमें जिले के भी कई दवा विक्रेताओं के नाम भी बताए जा रहे हैं। |