राजद नेता तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति पर जदयू का तंज। जागरण आर्काइव
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics: बिहार विधानसभा सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां का अभिभाषण हुआ। इस दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने उनकी गैरहाजिरी पर तंज कसा, तो मनेर के राजद विधायक भाई वीरेंद्र एक मीडियाकर्मी पर बरस पड़े। उन्होंने मीडियाकर्मी को हड़काते हुए कहा-पगला गया क्या रे।
लज्जा से नहीं आ रहे हैं क्या
विधान पार्षद सह जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार तेजस्वी यादव को ढूंढ़ते पहुंच गए। मीडियाकर्मियों से पूछा-वे कहीं दिखे हैं क्या? विपक्ष के नेता आखिर कहां हैं। विपक्ष के नेता के बिना लोकतंत्र का मंदिर अच्छा लगता है क्या। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हम तो पूछेंगे कि कहां हैं विपक्ष के नेता। पहले सरसरी निगाह से देखेंगे। नहीं मिलेंगे तो बोलेंगे कि उन्हें बुलाइए। महामहिम का अभिभाषण हो रहा है और विपक्ष के नेता नदारद हैं। आखिर क्या बात है कि वे नहीं दिख रहे।
पता नहीं वे बीमार हैं या लज्जा से नहीं आ रहे। सब की दवा हमारे पास है। फ्री मेडिसिन। एक परिवार की सुरक्षा के लिए 160 पुलिसकर्मी मौजूद है।
यदि राजद का कोई विधायक खुद को तेजस्वी यादव बताएगा तो उससे पूछा जाएगा कि क्या आप पर 420 का आरोप है? तेजस्वी पर तो यह आरोप है।
इमरजेंसी क्या है। सार्वजनिक जीवन में जीने वाले व्यक्ति के लिए प्राथमिकता सदन है। इसका वेतन लेते हैं। जहाज से बाहर गए होंगे रिबंर्समेंट कराएंगे। मान भी चाहिए और सम्मान भी और लाेकप्रियता भी। यह नहीं चलेगा।
दिल्ली गए तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को दिल्ली चले गए। शाम में उन्होंने पटना एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ी। इस दौरान न तो पटना और न ही दिल्ली में उन्होंने मीडिया से बात की।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान उनकी गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। वे चुनाव परिणाम के बाद से ही मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं। हाल के दिनों में उनका लगातार दिल्ली दौरा हुआ है। समझा जाता है कि पत्नी और बच्चों के दिल्ली में होने के कारण ही वे जा रहे हैं।
तेजस्वी की खोज के बजाय जनता को बुलडोजर नीति से बचाए जदयू : एजाज
नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की घोषणा के समय बुधवार को तेजस्वी यादव विधानसभा में नहीं थे। एक दिन पहले ही वे दिल्ली चले गए थे। सप्ताह भीतर दिल्ली की यह उनकी दूसरी यात्रा है।
इसको लेकर अटकलें भी तेज हैं और सत्ताधारी एनडीए नवगठित विधानसभा के पहले सत्र मेंं ही तेजस्वी की अनुपस्थिति पर प्रश्न उठा रहा। राजद को यह प्रश्न नागवार गुजर रहा।
बयान जारी कर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि जदयू और एनडीए के दूसरे घटक दलों की सोच पर तेजस्वी जैसे छाए हुए हैं। बेहतर होगा कि तेजस्वी को खोजने के बजाय ये दल बिहार की जनता को बुलडोजर नीति से बचाएं।
चुनावी लाभ के लिए जिन महिलाओं को 10000 रुपये दिए गए, उनकी झोंपड़ियां भी बुलडोजर से गिराई जा रहीं। जनता त्राहि-त्राहि कर रही और एनडीए तेजस्वी को खोजने में ही बेचैन हुए जा रहा