विशिष्टता की दौड़ में शामिल छुआरे के लड्डू। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, बागपत। जनपद के पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में डीएम ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, इसमें बागपत के विशिष्ट उत्पादों को जीआइ टैग दिलाने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बता दें कि वर्तमान में जनपद के तीन उत्पाद गुड़, होम फर्निशिंग और रटौल का आम पहले से जीआइ टैग प्राप्त हैं। डीएम ने रटौल आम के जीआइ टैग रिन्यूअल आवेदन को भेजे जाने के निर्देश दिए। वहीं, अब जिला प्रशासन ने बागपत की प्रसिद्ध बालूशाही और निरपुड़ा गांव के विशेष छुआरे के लड्डू को जीआइ टैग के लिए प्रस्तावित किया है। जीआइ टैग किसी भी उत्पाद की विशिष्टता, गुणवत्ता और उसके भौगोलिक क्षेत्र से जुड़े विशेष गुणों की औपचारिक मान्यता होती है।
बागपत की बालूशाही लंबे समय से अपने खास स्वाद, कुरकुरेपन और पारंपरिक विधि के लिए मशहूर रही है। त्योहारों और आयोजनों में इसका उपयोग अनिवार्य माना जाता है। जीआइ टैग मिलने के बाद इसकी मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है।
उधर, इसी प्रकार निरपुड़ा गांव के छुआरे के लड्डू अपने उच्च पोषण, स्वाद और पारंपरिक निर्माण विधि के लिए जाने जाते हैं। गुड़, घरेलू साज-सज्जा और रटौल आम को जीआइ पहचान मिलने के बाद इनकी मांग और बाजार मूल्य दोनों बढ़े हैं। बैठक में परियोजना निदेशक राहुल वर्मा, जिला कृषि अधिकारी बाल गोविंद यादव, डीडीएम नाबार्ड आदि मौजूद रहे। |