ठंड में राहगीर।
जागरण संवाददाता, कासगंज। मौसम में तेजी से ठंडक बढ़ रही है। सुबह और शाम को हल्का कोहरा भी पड़ने लगा है। तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। सर्द हवाओं ने धूप की तपिश को कम कर दिया। धूप में भी लोगों को गर्म कपड़ों को पहन कर ही बैठना पड़ा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सूर्य की तपिश हुई कम, लोग धूप में भी बैठे गर्म कपड़े पहने कर
दिसंबर की शुरूआत से ही मौसम ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। पहले ही दिन न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस का अंतर दिखाई दिया। 30 नवंबर को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस था। एक दिसंबर को अधिकतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस कम होकर 21 और न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस गिरकर 16 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।
अधिकतम 21 और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस पर आया
तापमान गिरने से सर्दी का प्रभाव दिखाई दिया। सुबह से ही सर्द हवाएं चलती रहीं। इसके चलते सूर्य देवता की तपिश का प्रभाव कम रहा। धूप सेकने के लिए लोग छतों पर और मैदानों में गए पर गर्म कपड़े पहनकर ही उनको बैठना पड़ा। दोपहर में चार बजे के बाद एक बार फिर सर्द हवाओं ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। रात दस बजे के बाद हल्का कोहरा भी आना शुरू हो गया। सोमवार तड़के सुबह भी हल्के कोहरे की चादर दिखाई दी।
गर्म कपड़ों की दुकान पर लगने लगी भीड़
सर्दी के शुरूआत होते ही गर्म कपड़ों की खरीदारी के लिए लोगों को दुकानों पर पहुंचने लगे हैं। सोमवार को दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखाई दी। इससे दुकानदारों के चेहरे पर मुस्कान दिखाई दी। उनका कहना है कि इस बार सर्दी देरी से शुरू हो रही है। पिछले वर्ष नवंबर में ही ठीकठाक सर्दी पड़ने लगी थी। इससे बिक्री नवंबर में ही शुरू हो गई थी। इस बार इसकी शुरूआत दिसंबर से हो रही है।
लोगों काे अस्वस्थ कर रही हवा, 162 रहा एक्यूआई
एक दिसंबर को हवा भी लोगों को अस्वस्थ करने वाली रही। माैसम विभाग के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक 162 रहा। ये अस्वस्थ श्रेणी में आता है। जिला अस्पताल के चिकित्सक डाक्टर कर्मवीर ने बताया कि हवा में गुणवत्ता की कमी के कारण स्वस्थ व्यक्ति को भी सांस लेने में कठिनाई या गले में जलन होने लगती है। सबसे अधिक परेशानी सांस और हृदय रोगियों को होती है। सांस और हृदय के रोगियों को ऐसे में बाहर निकलने से बचना चाहिए। निकलना हो तो मास्क लगाकर ही निकलना चाहिए।
एक्यूआई का स्तर
0-50- अच्छा
51-100- मध्यम
101-150-अस्वास्थकर
151-200- अस्वस्थ
201-300- बहुत अस्वस्थ
300 से अधिक खतरनाक
गेहूं के लिए लाभदायक
कृषि विज्ञान केंद्र कासगंज के प्रभारी डा. प्रणवीर सिंह ने बताया कि मौसम गेहूं की फसल के लिए लाभकारी है। किसान गेहूूं की बोआई का कार्य 15 दिसंबर तक पूरा कर लें। सरसों की फसल के लिए बोआई का समय निकल चुका है अब इसे नहीं बाएं। |