दूल्हे से बरात लाने को मना करके प्रेमी से शादी रचा ली दुल्हन।
जागरण संवाददाता, हमीरपुर। शादी वाले दिन प्रेमी प्रेमिका के बीच हुई बात के बाद दुल्हन ने दूल्हे से बरात लाने को मना कर दिया। जिससे दूल्हे पक्ष के लोगों में खलबली मच गई। वहीं जब इसकी जानकारी दुल्हन के स्वजन को हुई तो उन्होंने उससे काफी मिन्नतें की। लेकिन दुल्हन नही मानी। अंत में स्वजन ने मजबूरी में दुल्हन की शादी उसके प्रेमी के साथ करा दी और दुल्हन ने अपने प्रेमी को वरमाला पहनाकर उसकी जीवन साथी बन गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
थाना ललपुरा के एक गांव की युवती की शादी 29 अक्टूबर को महोबा जिले के सुराहा गांव के पीएसी में तैनात उपनिरीक्षक के साथ तय हुई थी। बीती 27 अक्टूबर को दुल्हन के स्वजन ने धूमधाम से तिलक चढ़ाया था। यह शादी 20 लाख रुपये में तय हुई थी। जिसमें लड़की पक्ष के लोगों ने तिलक में 18 लाख नगद दूल्हे को दिए थे।
बीते 29 अक्टूबर को शादी होनी थी। शादी की सारी तैयारियां पूरी हो गईं थी। शादी थाना बिवांर के छानी गांव के गेस्ट हाउस से होनी थी। 29 अक्टूबर को रिश्तेदार और मेहमान गेस्ट हाउस में पहुंचना शुरू हो गए थे। तभी शाम को दुल्हन ने फोन से अपने प्रेमी को अपने पास बुलाया और उससे शादी करने को कहा।
जब प्रेमी ने शादी के लिए हां कर दी तो दुल्हन ने दूल्हे को फोन कर बरात न लाने की बात कह डाली। यह बात सुनकर दूल्हा दंग रह गया। जब दूल्हे ने इसकी जानकारी स्वजन को दी तो उनके बीच भी खलबली मच गई।
वहीं दुल्हन ने इसकी जानकारी अपने स्वजन को भी दे दी। जिस पर स्वजन लड़की से मिन्नतें कर शादी करने की बात कही। लेकिन लड़की अपनी जिद पर अड़ी रही।
हताश होकर दुल्हन के स्वजन ने दूल्हे के स्वजन से बात कर छोटी बेटी की साथ शादी करने का प्रस्ताव रखा, जिसे दूल्हे ने अस्वीकार कर दिया। जिस पर देर रात दुल्हन के स्वजन ने दुल्हन के प्रेमी के साथ बेटी की शादी करवा दी।
वहीं, दुल्हन ने अपने प्रेमी को वरमाला पहनाकर उसकी जीवनसाथी बन गई। इस संबंध में बिवांर थानाध्यक्ष नंदराम प्रजापति ने बताया कि इस संबंध में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। यदि तहरीर मिलती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। |