जागरण संवाददाता, पीलीभीत। गहरे तालाब में डूब रहे शुभम के पास कोई सहारा नहीं था। उनकी कार के चारों ओर पानी था, इसलिए गेट नहीं खुल पा रहे थे। उन्हें छटपटाता देखकर मछली पकड़ रहे फैसल बचाने पहुंचे। उन्हें कार से बाहर निकालने में कई बार फैसल की नाव डगमगाई। उन पर भी डूबने का खतरा मंडराया मगर पीछे नहीं हटे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रविवार को इंटरनेट मीडिया पर घटनाक्रम का वीडियो प्रसारित हुआ।गुरुवार को टनकपुर हाईवे पर शुभम तिवारी की कार असंतुलित होकर गौहनिया तालाब में गिर गई। तालाब के चारों ओर बैरिकेडिंग भी नहीं लगी थी। शुभम ने बताया कि कार का अगला हिस्सा पानी में डूब चुका था।
बाहर निकलने का प्रयास किया परंतु पानी का दबाव होने के कारण गेट नहीं खुला। तालाब में मछली पकड़ रहे फैसल ने कार डूबती देखी तो अपनी नाव लेकर करीब आ गए। उन्होंने इशारा कर शीशा खोलने को कहा। जैसे ही शीशा खोला, कार में पानी भरने लगा। इस बीच फैसल ने उन्हें पकड़कर बाहर खींच लिया। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि घटनाक्रम देखकर राहगीर दिनेश कुशवाहा भी तैरते हुए कार के पास पहुंच गए थे। उन्होंने भी राहत कार्य में फैसल की मदद की।
बाद में कार को क्रेन से बाहर निकाला गया। तालाब में 10-12 फीट तक पानी है। यदि समय रहते बचाव कार्य नहीं होता तो शुभम की जान खतरे में पड़ जाती। हादसे के बाद तालाब के चारों ओर बैरिकेडिंग की तैयारी की जा रही। डीएम ज्ञानेंद्र सिंह ने नगर पालिका परिषद को निर्देश दिए हैं। नगर पालिका अध्यक्ष आस्था अग्रवाल ने बताया कि तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराने के लिए प्रमुख सचिव पर्यटन से सोमवार को मिलेंगीं। |