काझा कोठी तालाब। (जागरण)
प्रकाश वत्स, पूर्णिया। अब जल्द ही सीमांचल के लोग अपने ही इलाके में मिथिला हाट की सैर करेंगे। इसकी आधारशिला यूं तो विधानसभा चुनाव के पूर्व ही रखी जा चुकी है, लेकिन अब फिर से राजग सरकार बन जाने से इसके जल्द आकार लेने की संभावना बढ़ गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पूर्णिया-धमदाहा स्टेट हाइवे पर जिला मुख्यालय से ठीक 12 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित ऐतिहासिक काझा कोठी तालाब परिसर को मिथिला हाट की तर्ज पर विकसित करते हुए पर्यटन केंद्र बनाने की नींव रखी गई है।
1807 वर्गफुट का होगा आधुनिक डाइनिंग एरिया
पर्यटन विभाग द्वारा 14 करोड़ 94 लाख 41 हजार रुपये की लागत से काझा कोठी पार्क का विकास मिथिला हाट की तर्ज पर होगा। इससे काझा कोठी काझा कोठी अब बहुत जल्द एक नए और भव्य रूप में नजर आएगा।
मिथिला हाट की तर्ज पर तैयार होने वाला यह परिसर पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र होगा। यहां 1807 वर्गफुट का आधुनिक डाइनिंग एरिया के साथ काझा कोठी के ऐतिहासिक तालाब में पैडल बोटिंग की सुविधा भी होगी। इससे लोग नौका विहार का आनंद ले सकेंगे।
म्यूजिकल फाउंटेन व लाइट एंड साउंड शो
काझा कोठी तालाब को और मनमोहक बनाने के लिए एरेटेड फाउंटेन, म्युजिकल फाउंटेन और लाइट एंड साउंड शो की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, एग्जिबिशन गैलरी, हैंगिंग जंगल ब्रिज, सेल्फी प्वाइंट्स, कैनोपी वाक और कई अन्य मनोरंजन गतिविधियों की सुविधाएं यहां पर्यटकों को मिलेगा।
यह पहल न केवल काझा की ऐतिहासिक धरोहर को नई पहचान देगा, बल्कि पर्यटन, रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति प्रदान करेगी।
आसपास की जमीन की कीमत छूने लगी आसमान
काझा कोठी तालाब परिसर के पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित होने की बढ़ी संभावना के साथ आसपास के लोग भी काफी उत्साहित हैं। रोजगार के नये अवसर को लेकर तालाब के करीब जमीन की तलाश अभी से बढ़ गई है। जमीन की कीमत आसमान छूने लगा है।
काझा कोठी के रमेश कुमार ने कहा कि काझा कोठी के पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित होने का इंतजार वे लोग लंबे समय से कर रहे हैं। अब उम्मीद है कि यह एक अहम पर्यटन केंद्र बन जाएगा।
काझा कोठी तालाब परिसर को सीमांचल के नायाब पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित करना उनका सपना रहा है। पूर्व में भी लगातार प्रयास से कई कार्य वहां कराए गए हैं। निरंतर वे इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलती रही थी और आखिरकार इसे मिथिला हाट के तर्ज पर विकसित करने की स्वीकृति मिली थी और इसका शिलान्यास भी हो चुका है। अब तेज रफ्तार से कार्य होगा और यह पर्यटन के साथ रोजगार का बड़ा केंद्र बनेगा। -
- लेशी सिंह, मंत्री, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, बिहार सरकार। |