MP में CM की ढाई तो विधायकों की 1.70 लाख रुपये हो सकती है सैलरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दस साल बाद मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री, मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, विधायक और पूर्व विधायक के वेतन-भत्ते में वृद्धि होगी। एक दिसंबर से प्रारंभ हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सामान्य प्रशासन और संसदीय कार्य विभाग वेतन-भत्ता संशोधन विधेयक प्रस्तुत करेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसकी तैयारियां अंतिम दौर में है। मुख्यमंत्री का वेतन-भत्ता दो लाख से बढ़ाकर ढाई लाख तो विधायकों का 1.10 लाख से 1.70 लाख तक किया जा सकता है। इसी अनुपात में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष के वेतन-भत्ते में वृद्धि होगी।
विधायकों के वेतन में वृद्धि की संभावना
मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दस वर्ष से विधायकों के वेतन-भत्ते में वृद्धि नहीं हुई। जबकि, खर्च लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए वेतन-भत्ते में संशोधन किया जाएगा। इसके लिए उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की अध्यक्षता में भाजपा से अजय विश्नोई और कांग्रेस से सचिव यादव की समिति बनाई गई थी।
इसकी दो बैठकों में विभिन्न राज्यों में विधायकों को दिए जा रहे वेतन-भत्ते का अध्ययन प्रस्तुत किया गया। इस संबंध में मुख्य सचिव अनुराग जैन ने भी संसदीय कार्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली।
शीतकालीन सत्र में विधेयक पेश होगा
सूत्रों के अनुसार विधायकों का वेतन-भत्ता एक लाख 70 हजार रुपये, पूर्व विधायकों के पेंशन-भत्ते 58 हजार, मुख्यमंत्री को ढाई लाख, मंत्रियों का 1.70 लाख से बढ़ाकर 2.20 लाख, राज्यमंत्री का 1.50 लाख से 1.85 लाख, विधानसभा अध्यक्ष का दो लाख, उपाध्यक्ष का 1.60 लाख, नेता प्रतिपक्ष का 1.60 लाख रुपये प्रतिमाह वेतन-भत्ता किया जा सकता है। इन्हें इसके अलावा दैनिक भत्ता ढाई से लेकर डेढ़ हजार रुपये तक मिलता है। |