ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा का शीत अधिवेशन गुरुवार से शुरू हुआ है जो कि 31 दिसम्बर तक चलेगा। इस अधिवेशन में कुल 29 कार्य दिवस है।सदन की कार्यवाही मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के संबोधन के साथ शुरू हुई।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दिवंगत सदस्यों के उद्देश्य से शोक प्रस्ताव सदन में पेश किया। पूर्व सदस्य स्व. हेमेंद्र प्रसाद महापात्र, पूर्व सदस्य स्व. कृष्णचंद्र मलिक, ओडिशा के पूर्व सिपाही स्व. सरोज कुमार प्रधान के उद्देश्य मुख्यमंत्री ने शोक प्रस्ताव पेश किया। शोक प्रस्ताव को विरोधी दल नेता नवीन पटनायक, कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र काडम, सीपीआई एम विधायक लक्ष्ण मुंडा ने समर्थन किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को मुलतवी घोषित कर दिया। अपराह्न में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सदन को संबोधित किया।
पहला अतिरिक्त बजट पेश किया जाएगा
जानकारी के मुताबिक अधिवेशन के दूसरे दिन शुक्रवार को 2025-26 आर्थिक वर्ष के लिए पहला अतिरिक्त बजट पेश किया जाएगा। बजट पेश होने के बाद बजट खर्च मांग पर चर्चा की जाएगी।
8 दिसम्बर को खर्च मंजूरी बिल पारित की जाएगी। प्रति वर्ष विधानसभा अधिवेशन 60 दिन चलने का नियम है। इससे पहले दो अधिवेशन में सदन की कार्यवाही 31 दिन तक चली है। ऐसे में व्यवस्था अनुसार शीत अधिवेशन में 29 का कैलेंडर किया गया है।
हालांकि अतिरिक्त बजट पेश होने के बाद सदन की कार्यवाही कितने दिन चलेगी, उस पर सभी की नजर है। पिछले वर्ष 16 दिन पहले ही कोई सरकारी कार्य ना होने की बात दर्शाते हुए सदन की कार्यवाही को खत्म कर दिया गया था।
सत्र सुचारू रूप से चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक
वहीं इस बार शीत अधिवेशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक की थी। इसमें मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उप मुख्यमंत्री कनक वर्द्धन सिंहदेव, संसदीय व्यापार मंत्री मुकेश महालिग, पूर्त मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, शासक दल के मुख्य सचेतक सरोज प्रधान, वरिष्ठ विधायक जय नारायण मिश्र, बीजद विधायक दल के मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक, कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र काडम उपस्थित थे। सदन कार्य में सभी से सहयोग करने के लिए राष्ट्रपति ने अनुरोध किया था।
गौरतलब है कि विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से विधानसभा के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।200 अधिकारियों और 25 प्लाटून पुलिस बल तैनात किए हैं। |