बकरी पालन कर भूमिहीन, विधवा, निराश्रित महिलाएं बनें आत्मनिर्भर, सरकार दे रही अनुदान।  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। पशुपालन विभाग की ओर से सीमांत किसान, भूमिहीन, मजदूर, विधवा, निराश्रित महिलाओं को बकरी पालन के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे आय बढ़ोत्तरी करके आत्मनिर्भर बन सके। योजना से अनुसूचित जाति के पशुपालकों के आर्थिक स्तर में सुधार की व्यापक संभावना है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
उक्त बातें मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. भूपेंद्र कुमार मीरजापुर ने सप्ताह के साक्षात्कार के दौरान संवाददाता अमित कुमार तिवारी से बताया।  
 
  
 
कहा कि प्रति जनपद 10 बकरी इकाई स्थापित किया जाएगा। प्रति इकाई एक नर और पांच मादा बकरी उपलब्ध कराई जाएगी। इसी तरह 18 वर्ष और उससे अधिक का कोई भी पात्र व्यक्ति भेड़ पालन योजना के तहत भेड़ पालन कर सकता है।  
 
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जनपद में 10 यूनिट की स्थापना वित्तीय वर्ष 2025- 26 में की जानी है। प्रति यूनिट 1,70,000 रुपए खर्च होंगे। पालन के लिए समुचित स्थान होना आवश्यक है। चयनित व्यक्ति के किसी भी व्यक्ति के परिजन को तीन वर्ष तक दोबारा लाभ नहीं मिलेगा।  
 
    
 
 सवाल : एक इकाई के स्थापना की लागत क्या है ?   
 
  
 
 जवाब : बकरी पालन के लिए प्रति इकाई की लागत 60 हजार होगी। योजना में प्रति इकाई धनराशि में राज्यांश 90 प्रतिशत अर्थात 54 हजार और लाभार्थी अंश 10 प्रतिशत 6000 रुपये सहित कुल 60,000 रुपये खर्च होगा।   
 
 स वाल : पशुओं के बीमा के लिए अलग से बजट मिलेगा ?   
 
  
 
 जवाब : नहीं, इसमें नर व मादा का क्रय, बीमा और चिकित्सा तथा परिवहन पर खर्च किया जाएगा।   
 
 सवाल : योजना में किसी को प्राथमिकता दी जाएगी ?   
 
  
 
 ज वाब :  योजना के तहत सीमांत किसान, भूमिहीन, मजदूर, विधवा, निराश्रित महिलाओं के साथ कोविड प्रभावित परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।   
 
  
 
 सवाल : लाभार्थियों का चयन कैसे किया जाएगा ?   
 
 जवाब : जनपद स्तर पर लाभार्थियों का चयन मुख्य विकास अधिकारी, सीवीओ, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की समिति द्वारा किया जाएाग।   
 
  
 
 सवाल : आवेदन कैसे होगा और क्या - क्या कागजात चाहिए ?   
 
 जवाब : आनलाइन आवेदन करना होगा। चयनित लाभार्थी के द्वारा 10 रुपये के स्टांप पेपर पर दिया जाएगा कि स्थापित होने वाली बकरी इकाई तीन वर्ष तक संचालित की जाएगी।   
 
  
 
 सवाल : पशु कब खरीदना होगा ?   
 
 जवाब : लाभार्थी के खाते में धनराशि स्थानांतरित होने के 20 दिन के अंदर पशु खरीद करके संचालन आरंभ करना होगा। |