प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, मेरठ। शहर के बेगमपुल स्थित डिवाइडर पर रहने वाले खानाबदोश एक परिवार के साथ रविवार की रात ऐसी हृदयविदारक घटना हुई कि जिसने भी सुना, उसकी रूह कांप गई। यहां सो रही एक महिला की बगल से कुत्तों ने उसके डेढ़ साल के बेटे को उठाया और 100 मीटर की दूरी पर ले जाकर नोंचकर मार डाला। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्थानीय लोगों ने बच्चे को लहूलुहान हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ देर उसका उपचार चला, लेकिन बाद में डाक्टर बच्चे को नहीं बचा पाए। इस घटना ने नगर निगम ही नहीं, पूरे जिला प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी कुत्तों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
बेगमपुल डिवाइडर पर रहने वाली गंगा ने बताया कि उसकी बेटी गंगोत्री की शादी पंजाब में हुई थी। रविवार को गंगोत्री अपने डेढ़ साल के बेटे सीते के साथ अपनी मां गंगा से मिलने के लिए आई थी। रविवार की रात करीब 10 बजे गंगोत्री खाना खाने के बाद अपने बेटे को बगल में लेटाकर सो गई।
इसी दौरान साढ़े 10 बजे गंगोत्री की अचानक से आंख खुली और उसने देखा कि उसका बेटा गायब है। उसने अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों को उठाया। उन्होंने 100 मीटर दूर जाकर देखा तो बच्चे को कुत्ते नोंच रहे थे। खानाबदोश परिवार के युवकों ने कुत्तों को लाठी डंडों से भगाया और बच्चे को जिला अस्प्ताल ले गए। बच्चे की मौत की सूचना गंगोत्री ने रात में ही पंजाब भी दी।
रविवार की रात ही तीन और लोगों को काटा
भगवतपुरा मुहल्ले निवासी राजेंद्र ने बताया कि वह हलवाई है। सोमवार की देर रात वह एक शादी से पैदल अपने घर लौट रहे थे, तभी मुहल्ले में आवारा कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला बोल दिया। कुत्तों ने नीचे गिरा कर उसके पैर को नोंचकर लहूलुहान कर दिया। श्यामनगर निवासी जुबैर चूड़ी का कारोबार करते हैं।
सोमवार की रात वह अपनी दुकान को बंद करके अपने घर जा रहे थे। मुहल्ले से पहले ही एक कुत्ते ने उन पर हमला कर घायल कर दिया। जागृति विहार के आंनद सूरजकुंड पर स्पार्ट्स फैक्ट्री में काम करते हैं। सोमवार रात वह फैक्ट्री से अपने घर लौट रहे थे। जब वह सूरजकुंड से बाहर निकले तो अचानक से दो कुत्ते आए और उस पर हमला कर पैर पर काटकर घायल कर दिया। |