गिरोह बनाकर कर रहे गोकशी, पांच और गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मूंढापांडे क्षेत्र में गिरोह बनाकर गोहत्या करने वाले पांच और आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह में 28 लोग शामिल है और सभी के अलग-अलग काम हैं। महिलाएं गोमांस घरों तक पहुंचाने का काम करती है। इससे पहले भी पुलिस पांच गो-तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है। बाकी तस्करों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। क्षेत्र में सबसे अधिक गो-तस्करी इसी गिरोह के द्वारा की जाती है। पुलिस अब गिरोह का नेटवर्क खत्म करने में जुटी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गिरोह में महिलाएं भी शामिल, गोमांस को घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी
मूंढापांडे के खानपुर लक्खी निवासी माजिद अली उर्फ अल्लामेहर गांव में मीट की दुकान चलाता है। लाइसेंसी दुकान की आड़ में वह गोकशी की घटनाएं करता था। गिरोह यह सरगना है। 19 सितंबर की रात मूंढापांडे पुलिस इसे गिरफ्तार करने के लिए गई थी। पुलिस ने घर में दबिश दी तो महिलाएं और पुरुष एकत्र हो गए थे। पुलिस ने आरोपित माजिद अली उर्फ अल्लामेहर को दबोच लिया और जैसे ही उसे लेकर पुलिस चली तो महिलाओं और पुरुषों ने हमला कर दिया था। पुलिस टीम पर पथराव किया। जिसमें सिपाही और एक दारोगा घायल हो गया था।
गिरोह में 28 लोग शामिल, अब तक दस आरोपितों को पुलिस ने भेजा जेल
पथराव करने के बाद एक फिर महिलाओं ने पुलिस को घेर लिया और गो-तस्कर को छुड़ा लिया। गो-तस्कर तुरंत ही छत पर चढ़ गया। पुलिस ने पीछा तो किसी तो उसने पुलिस कर्मियों को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर दी थी और छत से छलांग लगा दी थी। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। इसके अलावा पुलिस ने जैनब पत्नी मोहम्मद अहमद, शबीना पत्नी इरशाद, आसमा पत्नी भूरा, नूर अफ्सा पुत्री मुन्ने को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस को जांच में पता चला था कि इस गिरोह में 28 लोग गो-तस्करी कर रहे हैं।
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इस तरह करते थे काम
छह आरोपितों का काम है कि वह छुट्टा गोवंशीय पशु को पकड़कर उसका कहा पर वध करना है यह जगह चिन्हित करते हैं। जबकि अन्य आरोपित गोवंशीय पशु का वध करते हैं। गिरोह की महिलाएं घरों में मांस सप्लाई का करती है। ऐसे में पुलिस ने पूरे गिरोह का नेटवर्क तोड़ने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। बुधवार को पुलिस ने सिरसखेड़ा निवासी आकिल, मुर्सलीन, जााकिर, नौशे अली और भूरी को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से पुलिस ने गोहत्या करने वाले उपकरण बरामद किए है। इस गिरोह ने ही 11 सितंबर को सिरसखेड़ा के जंगल में गोहत्या की थी।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि गिरोह में 28 लोग शामिल है। अब तक दस आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। सभी आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। किसी भी गो-तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।
जिले में सबसे अधिक गो-तस्कर मूंढापांडे क्षेत्र में
मूंढापांडे में गोकशी और पशु तस्करों के 485 आरोपित पंजीकृत हैं। लगातार इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है बावजूद इसके इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। 20 से ज्यादा आरोपितों को मुठभेड़ के दौरान गोली भी लग चुकी है। पिछले एक साल में दस से ज्यादा आरोपितों की संपत्ति भी कुर्क की जा चुकी है।
एक दर्जन गांव में गोकशी
मूंढापांडे के सिरसखेड़ा, नरखेड़ा, खानपुर लक्खी, सक्टूनगला, वीरपुर थान, मुंडिया मलकपुर, चमरपुरा समेत दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां गोकशी के आरोपित रहते हैं। पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजती है तो नए तैयार हो जाते हैं। पुलिस के लिए सिरदर्द बने यह आरोपित मुरादाबाद में तो घटनाएं कर रही ही रहे हैं साथ ही दूसरे जनपदों तक इनका नेटवर्क फैला हुआ है। 11 सितंबर की सुबह मुंडिया मलकपुर के जंगल में पशु के अवशेष मिले थे।
पुलिस ने गिरफ्तार किया था कय्यूम
पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर 12 सितंबर की शाम मुठभेड़ में कय्यूम को गिरफ्तार किया था। उसके पैर में गोली लगी थी। उससे पूछताछ में ही पता चला कि इस घटना में उसके साथ दस और लोग शामिल थे। उसने ही माजिद का ही नाम बताया था। मूंढापांडे के अलावा कुंदरकी, मैनाठेर, भोजपुर और भगतपुर क्षेत्र में ही गोकशी के आरोपियों की अच्छी काफी संख्या है।
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