Mohsin Naqvi ने BCCI से नहीं मांगी थी माफी
अभिषेक त्रिपाठी, जागरण दुबई। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी रविवार को दुबई में हुए एशिया कप फाइनल में अपनी बेइज्जती को पचा नहीं पा रहे हैं और यही कारण है कि उन्होंने अब तक विजेता ट्रॉफी बीसीसीआइ को नहीं सौंपी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भारतीय टीम ने उनसे विजेता ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। एशिया कप में भारत ने फाइनल सहित तीन मैचों में पाकिस्तान को हराया था। इस दौरान भारत ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ \“हाथ नहीं मिलाने की नीति\“ अपनाई थी।
बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारी ने कहा कि हमने मंगलवार को एसीसी की ऑनलाइन एजीएम में मुद्दा उठाया था जिसमें श्रीलंका, इंडोनेशिया और सिंगापुर सहित कई देशों ने पाकिस्तानी गृहमंत्री और एसीसी अध्यक्ष से कहा था कि ट्राफी विजेता टीम को मिलनी चाहिए।
Mohsin Naqvi ने BCCI से नहीं मांगी थी माफी
नकवी ने इसके बाद सभी एसीसी सदस्यों से कहा था कि जो हुआ वह सही नहीं हुआ। हमें सबको साथ लेकर चलना है। मैं पूरी घटना पर खेद जताता हूं। उन्होंने बीसीसीआई से माफी नहीं मांगी थी बल्कि पूरी घटना पर माफी मांगी थी।पदाधिकारी ने कहा कि हमारी जानकारी के अनुसार नकवी अभी भी दुबई में हैं और ट्राफी उनके होटल में ही है। बैक चैनल डिप्लोमेसी चल रही है।
नकवी गुरुवार की सुबह दुबई से पाकिस्तान जा सकते हैं। हमें उम्मीद है कि वह ट्राफी लाहौर तो नहीं ले जाएंगे। वह दुबई में स्पोर्ट्स सिटी में स्थित एसीसी मुख्यालय में ही ट्रॉफी छोड़कर जाएंगे। इसके बाद हम वहां से ट्राफी मंगा लेंगे। पदाधिकारी ने दुबई में ट्रॉफी चोरी की एफआइआर कराने से इनकार करते हुए कहा कि यह एशियाई क्रिकेट परिषद का मामला है, इसे बातचीत से ही हल किया जाएगा।
सूर्यकुमार को दुबई भेजने के लिए कह रहे थे नकवी
बीसीसीआई पदाधिकारी ने कहा कि एसीसी की बैठक के दौरान नकवी ने कहा था कि मुझे ट्राफी देने में कोई दिक्कत नहीं है। आप अपने कप्तान सूर्य कुमार यादव को दुबई भेज दें मैं उन्हें ट्रॉफी दे दूंगा। बीसीसीआई ने उससे साफ इनकार कर दिया और कहा कि आप ट्रॉफी एसीसी दफ्तर में पहुंचा दें, वहां से हम उठवा लेंगे।
सूत्र ने कहा कि बीसीसीआई ने नकवी को पहले ही बता दिया था कि भारतीय टीम उनसे ट्रॉफी नहीं लेगी लेकिन इसके बावजूद वह मंच से नहीं हटे। उनसे कहा गया था भारत में विरोधी सेंटीमेंट होने के बावजूद हमने एशिया कप करवाया, आपको इसको समझना चाहिए। उनसे कहा गया था कि वह उपविजेता पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों को मेडल देकर निकल जाएं लेकिन उन्होंने वे पदक बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के मुखिया से दिलवा दिए और वहां खड़े रहे।
भारतीय टीम ने उनसे पदक और ट्रॉफी लेने से इन्कार कर दिया। उन्हें वहां काफी देर नीचे और काफी देर मंच में खड़ा रहना पड़ा। उनकी भारी बेइज्जती हुई है इसलिए अपने देश में खुद को बड़ा दिखाने के चक्कर में वह इस हरकत पर उतर आए हैं। उन्हें इससे बचना चाहिए था।
वहीं नकवी ने एक्स पर पोस्ट किया कि भारतीय टीम को एसीसी के मुख्यालय में आकर उनसे ट्रॉफी लेनी होगी और इसके लिए उनका स्वागत है। नकवी ने उन खबरों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि उन्होंने एसीसी एजीएम में बीसीसीआई के पदाधिकारियों से अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी थी।
नकवी ने लिखा कि मैं यह साफ कर देना चाहता हूं,
“मैंने कुछ गलत नहीं किया और मैंने बीसीसीआई से कभी माफी नहीं मांगी और ना ही कभी मांगूंगा। बीसीसीआई की तरफ से आशीष शेलार और राजीव शुक्ला ने एसीसी की एजीएम में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था जहां उन्होंने सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम को ट्राफी नहीं देने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। बीसीसीआई इस मामले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) की नवंबर में होने वाली एजीएम में रखेगा।“ |