हरिद्वार, रुद्रप्रयाग व टिहरी से नहीं है दूसरे जिलों के लिए हेली सेवा। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने और आपात स्थिति में राहत बचाव कार्यों को गति देने के लिए हेली सेवाओं का दायरा बढ़ाया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में हेली सेवाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस समय प्रदेश के प्रवेश द्वार व धार्मिक नगरी हरिद्वार, नई टिहरी और रुद्रप्रयाग से नियमित हेली सेवाओं का संचालन नहीं हो रहा है। शेष दस जिले किसी न किसी जिले से हेली सेवाओं से जुड़े हुए हैं। प्रदेश सरकार हवाई सेवाओं के विस्तार पर लगातार जोर दे रही है। इस कड़ी में प्रदेश में केंद्रीय सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना और राज्य सरकार की उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत हेली और हवाई सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।
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क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत इस समय दस मार्गों और उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत तीन स्थानों पर हेली सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में हाल ही में आई आपदा में सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में हेली सेवाओं ने फंसे हुए यात्रियों को निकालने और मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
इसे देखते हुए प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को हेली सेवाओं से जोडऩे का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में यूकाडा ने एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इसमें हेली सेवा से छूटे तीन जिलों से नियमित हेली सेवा शुरू करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। यूकाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। उच्च स्तर से अनुमति मिलते ही इस पर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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