प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। मोटे कमीशन के लालच में चीनियों के साथ मिलकर भारतीयों को विदेश भेजकर साइबर ठगी कराने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को वजीराबाद पुलिस एकेडमी, दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपितों की पहचान भिवानी के गांव बडवा निवासी विजेंद्र उर्फ सोनू (23) व जितेन्द्र उर्फ मोनू (21) के रूप में हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बीती 15 नवंबर को पुलिस थाना साइबर अपराध दक्षिण में पीड़ित मंदीप ने थाईलैंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपित सोनू और माेनू ने उसको थाईलैंड से अवैध तरीके से म्यांमार भेज दिया। पीड़ित के विरोध करने पर जान की धमकी दी गई।
बीती 22 अक्टूबर को उसे म्यांमार की सेना ने पकड़ लिया और इसे म्यांमार पुलिस के हवाले कर दिया। दिनांक छह नवंबर को पीड़ित को थाईलैंड से दिल्ली डिपोर्ट किया गया। साइबर पुलिस ने मानव तस्करी समेत अन्य धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपित जितेन्द्र उर्फ मोनू जनवरी-2025 को म्यांमार गया था जहां वह चाइना मूल के लोगों से मिला और उनके साथ साइबर ठगी का काम करने लगा। इसने अपने भाई आरोपित विजेंद्र उर्फ सोनू को बताया कि यहां चाइनीज लोग अवैध ठगी के लिए लड़के बुलाते हैं।
कमीशन के तौर पर प्रत्येक व्यक्ति के बदले एक हजार डाॅलर और एजेंट को तीन हजार डाॅलर देते हैं। आरोपित विजेंद्र उर्फ सोनू ने पीड़ित मंदीप को अपने भाई आरोपित जितेंद्र के कहने पर पहले थाईलैंड भेजा और वहां से म्यांमार भेजा दिया था, जिसके बदले आरोपित विजेंद्र को तीन डाॅलर व आरोपित जितेन्द्र उर्फ मोनू को एक हजार डाॅलर का कमीशन मिला था।
पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि नौकरी का झांसा देकर साइबर ठगी के लिए युवाओं को विदेश भेजते थे। वहां उन्हें जान से मारने की धमकी देकर अवैध कार्य कराने की वारदातों को अंजाम देते थे। अब तक हरियाणा व राजस्थान के करीब 10 युवाओं को उपरोक्त तरीके से नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजने की वारदातों को अंजाम देने में संलिप्त रहे है। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया है।
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