ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान की फाइल फोटो।
जागरण संवददाता, ग्रेटर नोएडा। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के इंक्यूबेशन सेंटर में संचालित निर्माण कार्यक्रम और डाक्टरर्स आइडिया फार इंडिया सेंटर के तहत 40 आइडिया को चुना गया है। चुने गए आइडिया हेल्थकेयर के क्षेत्र में काम करने वाले हैं। यह सभी आइडिया हेल्थकेयर के क्षेत्र में कम लागत में बेहतर दवाइयां और उपकरणों को तैयार करने में मददगार साबित होंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
निर्माण कार्यक्रम के तहत देश के विभिन्न जनपदों से 30 और डाक्टरर्स आइडिया फार इंडिया सेंटर के तहत देश के अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले 10 डाक्टरों के आइडिया को शामिल किया गया है। इन पर अब बैठक कर चर्चा की जाएगी और चर्चा में चुने जाने वाले आइडिया के माध्यम से हेल्थकेयर के क्षेत्र में काम किया जाएगा।
निर्माण कार्यक्रम में चुने गए 30 में से सभी स्टार्टअप हैं। यह लाइव क्लीनिकल ओपीडी एक्सेस, डाक्टरों के साथ समस्या की खोज, डिवाइस सत्यापन और नैदानिक अंतर्दृष्टि, परीक्षण एवं परीक्षण सहायता, प्रौद्योगिकी के साथ बिजनेस मेंटरशिप और निवेशक नेटवर्क तक पहुंच बनाने का मौका दिया जाएगा। सीएमई जिम्स के सीईओ डा. राहुल सिंह ने कहा कि चिकित्सा नवाचार वहां बढ़ना चाहिए जहां नैदानिक समस्याएं मौजूद हैं।
अस्पतालों के अंदर निर्माण भारत के सबसे प्रतिभाशाली हेल्थटेक दिमागों को सार्वजनिक अस्पताल के केंद्र में लाता है, उन्हें अंतर्दृष्टि, डेटा, सत्यापन और मार्गदर्शन प्रदान करता है जिसके वे हकदार हैं। जिम्स निदेशक बिग्रेडियर डा. राकेश गुप्ता ने जिम्स एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है, जहां स्वास्थ्य देखभाल नवाचार एक वास्तविक नैदानिक वातावरण में पनपता है। |