हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह का खास Interview। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की आगे की राह आसान नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति से पहले और नियुक्ति के बाद राव नरेंद्र भले ही कांग्रेस के सभी नेताओं से मिल रहे हैं, लेकिन उनके नाम के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम जुड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसे में कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं, जिलाध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलना राव नरेंद्र के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। इन चुनौतियों से पार पाने का पूरा प्लान उनके दिमाग में मौजूद है।
उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस के सभी नेताओं का साथ, भरोसा और आशीर्वाद मिलेगा, जिसके बूते वे कांग्रेस की राजनीति की लंबी पारी खेलने के साथ ही भाजपा के सामने चुनौतियों का अंबार खड़ा कर देंगे।
कांग्रेस हाईकमान द्वारा राव नरेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने उनसे महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश।
सवाल - कांग्रेस लंबे समय से गुटों में बंटी है, कई प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष आए, चले गये, लेकिन गुटबाजी खत्म नहीं कर सके, आप इस चुनौती का सामना कैसे करेंगे?
जवाब - यह बात सही है कि सभी को साथ लेकर चलना बड़ी चुनौती है, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि मैं सबको साथ लेकर चल पाऊंगा। मैं लगातार सबसे मिल रहा हूं। पार्टी के प्रमुख नेताओं का आशीर्वाद, सहयोग और समर्थन ले रहा हूं।
मुझे कांग्रेस हाईकमान ने इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है, क्योंकि कांग्रेस के सभी नेताओं का मुझमें भरोसा है। मेरे लिए सभी नेता समान हैं।
कांग्रेस हाईकमान के भी निर्देश हैं कि पार्टी में सबको साथ लेकर चलना है। इसलिए जिम्मेदारी तो बड़ी है, लेकिन ज्यादा चिंता की बात नहीं है। मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला सभी का संयुक्त रूप से लिया गया निर्णय है।
सवाल- हुड्डा सरकार में आप मंत्री रहे, आप पर हुड्डा के नाम की मुहर है, चर्चा रही कि सैलजा, सुरजेवाला, बीरेंद्र सिंह और कैप्टन अजय का भरोसा जीतने के लिए आपको हुड्डा ने ही तैयार किया था?
जवाब - मैं किसी एक नेता का आदमी नहीं हूं। मैं सभी का हूं और सब मेरे हैं। मेरा ग्रुप कांग्रेस है। कांग्रेस ही मेरी पहचान है। जो नेता कांग्रेस पार्टी के हितों की बात करेगा, मैं उसकी बात मानूंगा। कोई मुझे किसी से मिलने क्यों भेजेगा। मैं पार्टी के सभी सीनियर नेताओं का सम्मान करता हूं और उनसे मिलता रहा हूं व आगे भी मिलता रहूंगा।
सवाल - हरियाणा के चुनाव में कांग्रेस जबरदस्त गुटबाजी का शिकार रही, टिकटों के आवंटन में अनियमितता और कुछ नेताओं द्वारा चुनाव प्रचार नहीं किए जाने के आरोप लगे
जवाब - चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस ने उनकी व्यापक स्तर पर समीक्षा की है। हार के कई कारण सामने आए, जिनका यहां जिक्र करना आवश्यक नहीं है। कांग्रेस पार्टी अपनी कमजोरियों को दूर करने का काम करेगी। सभी की राय से मिलकर फैसले लिए जाएंगे और संगठन के काम होंगे।
new-delhi-city-education,New Delhi City news,RSS curriculum,Delhi schools RSS,Freedom fighters Delhi schools,Rashtraniti course,Veer Savarkar curriculum,Shyama Prasad Mukherjee,Social work RSS,Delhi education news,Government schools Delhi, Curriculum rashtraniti, rss news, rss news in hindi, delhi top news,Delhi news
छत्तीस बिरादरी को साथ लेकर चला जाएगा। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के जो प्रमाण पूरे देश के सामने रखे हैं, उन्हें सड़क से संसद और विधानसभा तक पूरे जोरशोर से उठाया जाएगा। लोगों को जागरूक करेंगे कि भविष्य में उनकी वोट चोरी न हो जाए। जनता के मुद्दों पर आंदोलन खड़े किए जाएंगे। लोगों को बताएंगे कि किस तरह से भाजपा के राज में उनका नुकसान हो रहा है।
सवाल- हरियाणा के सीनियर नेता कैप्टन अजय यादव ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर आपकी नियुक्ति का खुला विरोध किया, आपकी नियुक्ति राहुल गांधी की सोच के अनुरूप नहीं हुई?
जवाब - कैप्टन अजय यादव हमारे सीनियर नेता और मेरे बड़े भाई हैं। वह नाराज नहीं हो सकते। पार्टी में हर किसी को अपनी इच्छा जताने का हक होता है। उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर की है। थोड़े दिन की नाराजगी है, जो जल्द दूर हो जाएगी। मुझे समय-समय पर कैप्टन साहब का मार्गदर्शन मिलता रहा है और आगे भी मैं उनसे बात करता रहूंगा।
सवाल- रामपाल माजरा ने आपकी तब की एक सीडी जारी की है, जब आप हुड्डा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे, इस सीडी में आप सीएलयू के बदले पैसे मांगते दिखाए गए हैं?
जवाब - घटिया राजनीति की इंतहा होती है और इनेलो वह लगातार करता चला आ रहा है। करीब 12 साल पुराने इस मामले को आज उठाने का मतलब साफ है कि किसके इशारे पर ऐसा किया गया है। वैसे भी यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए इस पर किसी तरह की टिप्पणी करना उचित नहीं है।
लोकायुक्त ने अपनी जांच में कहा था कि सीडी में एडीटिंग की गई है और इस सीडी में हुई बातचीत का धन के आदान-प्रदान से कोई लेना देना नहीं है। यदि कोई व्यक्ति किसी नेता के पास काम के लिए आए और उसकी बात को रिकार्ड कर सार्वजनिक कर दिया जाए तो यह कहां की राजनीति है। मैंने बातचीत शुरू होते ही कहा था कि जिस विभाग का काम बता रहे हो, वह मेरा विभाग नहीं है।
सवाल - पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह पांच अक्टूबर से पूरे राज्य में सद्भावना यात्रा आरंभ कर रहे, क्या यह यात्रा हरियाणा कांग्रेस की अधिकृत यात्रा है?
जवाब - हर किसी को अपने-अपने ढंग से कांग्रेस को मजबूत करने तथा जनता को जागरूक करने का अधिकार है। कोई भी नेता अपने क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने के लिए कोई भी प्रयास अथवा अभियान चला सकता है।
यह बात भी सही है कि इस यात्रा को लेकर मेरी अभी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से कोई बातचीत नहीं हुई है। बातचीत होने के बाद ही मैं कह सकूंगा कि यह हरियाणा कांग्रेस कमेटी की अधिकृत यात्रा है अथवा नहीं है, लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस को मजबूत करने के किसी भी प्रयास के साथ मैं हमेशा हूं।
सवाल - प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति से पहले ही हाईकमान ने जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां कर दीं, सभी जिलाध्यक्ष स्वयं को हाईकमान द्वारा नियुक्त मानते हुए आपकी बात को अनदेखा कर सकते हैं?
जवाब - ऐसा कैसे हो सकता है। सब कांग्रेस के सिपाही हैं। सब पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। सभी का एक लक्ष्य है कि किस तरह से देश और प्रदेश से भाजपा सत्ता से बाहर हो और जनता को राहत मिले।
कांग्रेस के समस्त जिलाध्यक्ष पूरे राज्य में अपने-अपने क्षेत्रों में जन आंदोलन खड़ा कर रहे हैं। इसी सप्ताह मैं चंडीगढ़ में कार्यभार ग्रहण करूंगा। तब आप देखना कांग्रेस के समस्त जिलाध्यक्ष और पार्टी के सभी प्रमुख नेता वहां होंगे। मैं हरियाणा कांग्रेस को देश के सभी राज्यों की कांग्रेस से बेहतर बनाना चाहता हूं।
तीन बार विधायक रह चुके राव नरेंद्र सिंह
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र अहीरवाल के महेंद्रगढ़-नारनौल जिले की सियासत से ताल्लुक रखते हैं। कांग्रेस पार्टी ने इनको इस उम्मीद में प्रदेश की कमान सौंपी है, ताकि अहीरवाल में कांग्रेस को मजबूती मिले और वे सभी नेताओं को एकजुट कर चलें।
राव नरेंद्र 1996 व 2000 में अटेली से कांग्रेस के टिकट पर तथा साल 2009 में नारनौल से हजकां के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। वह 2014, 2019 और 2024 के चुनाव भी नारनौल से लड़े, लेकिन जीत नहीं पाए। राव नरेंद्र से पहले दिवंगत कद्दावर नेता राव निहाल सिंह भी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं।
2009 से 2014 में राव नरेंद्र ने हुड्डा सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। वे हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी रहे। इनके पिता का नाम स्व. राव बंसी सिंह है। वे भी तीन बार विधायक रहे। बंसी सिंह भी प्रदेश की तत्कालीन सरकार में मंत्री रहे थे।
 |