गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बनाई जा रही सुरक्षा दीवार। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ। मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेसवे प्रवेश प्रतिबंधित हाईवे है। इस एक्सप्रेसवे पर इंसान और जानवरों का प्रवेश रोकने के लिए दोनों ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जा रहा है। मेरठ से बदायूं तक के 137 किमी लंबे प्रथम पैकेज का कार्य निर्माणकर्ता एजेंसी को 11 अक्टूबर तक पूरा करना है। अफसरों का दावा है कि कार्य को समय से पूरा कर लिया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बदायूं तक 11 अक्टूबर तक पूरा किया जाना है काम
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य काफी हद तक पूरा किया जा चुका है। मेरठ से बदायूं तक 137 किमी लंबे पहले चरण का कार्य अनुबंध के मुताबिक 11 अक्टूबर तक पूरा किया जाना है। जबकि इससे आगे के तीन चरणों का कार्य नवंबर तक पूरा करने का अनुबंध है। मेरठ से बदायूं तक तक के पहले चरण में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है।
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अब इस प्रवेश प्रतिबंधित एक्सप्रेसवे पर मानव और जानवरों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। इसके लिए एक्सप्रेसवे के दोनों ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जा रहा है। यह दीवार एक्सप्रेसवे और उसके बराबर में बनाई जा रही सर्विस रोड के बीच में है।
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अन्य चरणों का कार्य नवंबर तक पूरा करने का अनुबंध
गंगा एक्सप्रेसवे की पीआइयू (परियोजना क्रियान्वयन ईकाई) के परियोजना अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि सुरक्षा दीवार मेरठ से प्रयागराज तक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बनाई जा रही है। प्रथम चरण का कार्य 11 अक्टूबर तक पूरा करने का अनुबंध है। जिसे समय से पूरा कर लिया जाएगा। अन्य चरणों का कार्य नवंबर तक पूरा करने का अनुबंध है।
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