जागरण संवाददाता, लखनऊ। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा संचालित टोल प्लाजा से उस कार के फास्टैग से टोल कट जा रहा है जो घर की दहलीज से निकली ही नहीं। यह कोई पहली बार नहीं है। पिछले दो साल में पांच बार एक ही बुजुर्ग व्यक्ति अचल नारायण शुक्ला के साथ ऐसी घटना हो चुकी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आइआइएम रोड स्थित एल्डिको सिटी निवासी अचल नारायण शुक्ला कहते हैं कि पुलिस शिकायत नहीं लेती, एनएचएआइ व बैंक झूठा आश्वासन देकर शिकायत टोल फ्री नंबर पर दर्ज तो कर लेते हैं लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं कर पाते जिससे पैसा वापस आए और खड़ी कार का टोल भविष्य में न कटे। स्व. मेजर नलिन शुक्ला के पिता अचल नारायण शुक्ला करीब 73 वर्ष के हैं, उनका आरोप है कि उनकी कार संख्या यूपी 32 केडब्ल्यू 1632 पर ही साइबर अटैक किया जा रहा है।
इसे जिम्मेदार पकड़ नहीं पा रहे हैं। अगर यह कोई तकनीकी गड़बड़ी है तो इसे भी जिम्मेदारों को ठीक करना चाहिए। इस बार 13 नवंबर 2025 को यूपी के फतेहगढ़ स्थित एलपेन मेन प्लाजा 21 पर 465 रुपये उनके फास्टैग से कट गए। शुक्ला के मुताबिक पैसा कटने के बाद तुरंत दोबारा मैसेज आता है लेकिन फास्टैग में बैलेंस न होने के कारण पैसा नहीं कट पाता है।
उनके मुताबिक सबसे पहले पेटीएम का फास्टैग कार में लगा था, उस वक्त पैसा कटा था। फिर बैंक आफ बड़ौदा का फास्टैग लिया। इस फास्टैग लगाने के बाद भी 21 मार्च 2024 को नवाबगंज टोल प्लाजा पर 90 रुपये कटे, 13 अप्रैल 2024 को फिर नवाबगंज के टोल पर 90 रुपये कटे। इसके बाद 30 अगस्त 2025 को बहराइच के गुलाल पुरवा में 55 रुपये फास्टैग से टोल पर कट चुके हैं।
अब बैंक आफ बड़ौदा में फिर शिकायत की तो बैंक अधिकारियों ने अचल नारायण शुक्ला को दूसरा फास्टैग देने की बात कही है। उन्होंने बताया कि एनएचएआइ से संबंद्ध जो कंपनी टोल का काम देखती है, उसके टोल फ्री नंबर 18001034568 और एनएचएआइ के टोल फ्री नंबर 1033 पर शिकायत कर चुके हैं लेकिन हर बार की तरह इस बार भी शिकायत दर्ज करके काप्लेन नंबर सीएमपी000000000312873 दर्ज कर ली।
उधर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक कर्नल शरद चंद्र सिंह का कहना है कि जिस बैंक के खाते से टोल कटा है, इस संबंध में उनसे ही संपर्क किया जाए। एनएचएआइ इस संबंध में जानकारी नहीं दे सकता है। |