TMBU Bhagalpur: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के हंगामे से 10 लाख की संपत्ति की क्षति का अनुमान है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। TMBU Bhagalpur तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में हाल ही में हुए हंगामे ने न केवल शैक्षणिक माहौल को प्रभावित किया है, बल्कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को भी धूमिल किया है। बीते दो दिनों से चल रहे इस हंगामे के कारण विश्वविद्यालय को लगभग 10 लाख रुपये की क्षति हुई है। शुक्रवार को कुलसचिव प्रो. रामाशीष पूर्व ने एक प्रेस वार्ता में इस घटना पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि छात्र संगठनों की उपद्रवी गतिविधियों के चलते परीक्षा विभाग और एनएसएस कार्यालय को नुकसान हुआ है, जिसमें एनएसएस कार्यालय के कंप्यूटर भी शामिल हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कुलसचिव ने कहा कि छात्र संगठनों को विश्वविद्यालय की गरिमा बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए और इस प्रकार की अराजक गतिविधियों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्रों का मुख्य कार्य पढ़ाई करना है, न कि अराजकता फैलाना। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि अफवाहों और दबाव के कारण माहौल बिगड़ गया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी नई वैकेंसी के लिए छात्रों को प्रमाणपत्र की आवश्यकता है, जिसके कारण परीक्षा विभाग में भीड़ बढ़ रही है। कुछ भ्रामक सूचनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।Nitish Katara murder case,Vikas Yadav interim bail,Supreme Court decision,Justice MM Sundresh,Justice Satish Chandra Sharma,Delhi High Court order,Interim bail rejection,Marriage as grounds for bail,2002 murder case,Criminal justice system
प्रो. रामाशीष ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में हुई घटनाओं की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। समिति की रिपोर्ट आने के बाद दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्राक्टर प्रो. एसडी झा ने भी छात्रों से विश्वविद्यालय की साख बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में घटनाएं स्पष्ट रूप से दर्ज हैं, जिससे यह सिद्ध होता है कि हालात बेहद गंभीर थे। यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया जाता, तो किसी की जान भी जा सकती थी।
प्राक्टर ने यह भी सवाल उठाया कि हंगामे के दौरान प्रशासनिक स्तर पर अन्य अधिकारी क्यों उपस्थित नहीं थे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया कि छात्रों को प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जारी है और जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा। साथ ही, छात्र संगठनों और बुद्धिजीवियों से अपील की गई है कि वे विश्वविद्यालय की गरिमा को बनाए रखने में सहयोग करें और किसी भी प्रकार की अराजकता से परहेज करें। परीक्षा नियंत्रक डा. कृष्ण कुमार पर गड़बड़ी के आरोपों पर कुलसचिव ने कहा कि उन्हें पूर्व में कई बार शोकाज किया गया है। मौके पर डीएसडब्ल्यू डा. अर्चना साह ने छात्र संघ के चुनाव कराने को लेकर अन्य अधिकारियों से चर्चा करने की बात कही।
 |